
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के चन्दौसी में ट्रिपल मर्डर का एक मामला सामने आया है। बेखौफ बदमाशों ने पुलिस इंस्पेक्टर के घर में उनकी पत्नी, छोटे भाई और नौकरानी की हथोड़े से पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी। घटना चन्दौसी में नगर के आजाद रोड स्थित गुरुतेग बहादुर कालोनी की है। शहर के सबसे पॉश और सुरक्षित समझी जाने वाली कालोनी में ट्रिपल मर्डर की घटना से शहर में सनसनी फैल गई।
घटना के बाद से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। आईजी मुरादाबाद खुद मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का जायजा लिया, उन्होंने एसपी को ट्रिपल मर्डर के जल्द खुलासे के निर्देश दिए हैं।
पुलिस के मुताबिक, दो दिन पहले वारदात को अंजाम दिया गया है। बेटी का फोन न उठने पर रिश्तेदार घर पहुंचे तब मामले की जानकारी हुई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
महमूदपुर निवासी सत्य पाल सिंह पुलिस विभाग में इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत थे। साल 1982 में बीमारी के चलते उनका निधन हो गया था। उनकी पत्नी संतोष देवी काफी सालों से चन्दौसी के आजाद रोड पर रह रही थीं। जानकारी के मुताबिक, दे दिन से उनके रिश्तेदार उन्हें फोन पर संपर्क कर रहे थे लेकिन, उनका फोन स्विच ऑफ आ रहा था।
घबराए लोगों ने चंदौसी में रहे रिश्तेदार को फोन कर संतोष देवी का हाल-चाल जानने के लिए उनके घर भेजा। जब वो घर पहुंचे तो नजारा देखकर उनके होश फाख्ता हो गए। बाहर बरामदे में तख्त पर संतोष देवी और पास की चारपाई पर नौकरानी की खून से लथपथ लाश पड़ी थी। दोनों का धारदार हथियार से गला रेता गया था और फिर हथौड़े से वार किया गया था। वहीं, केशर सिंह का शव बाहर लॉबी में पड़ा था। कमरे की अलमारी खुली थी और सामान बिखरा था।
सूचना पाकर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। ट्रिपल मर्डर की तफ्तीश के लिए फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम भी हत्या का सुराग तलाशने के लिए घटना स्थल पर पहुंची और जांच में जुटी। पुलिस को मौके से खून से लथपथ एक हथौड़ा भी मिला है।
पुलिस का कहना है कि घटना करीब दो दिन पुरानी लग रही है। मामले की जांच की जा रही है। हत्या की वजह अभी स्पष्ट नहीं है, जल्द ही मामले का खुलासा कर लिया जाएगा।