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Up Kiran , Digital Desk: 13 मई की रात भारत ने एक बार फिर दुनिया को दिखा दिया कि वो आतंकवाद के खिलाफ अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जो पहलगाम हमले के जवाब में पाकिस्तान की सरहद के भीतर चलाया गया केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी — यह भारत की रणनीतिक परिपक्वता तकनीकी श्रेष्ठता और समय की सटीक समझ का प्रतीक भी है।

लेकिन सवाल उठता है कि आखिर इस ऑपरेशन को रात में ही क्यों अंजाम दिया गया। क्या यह सिर्फ एक संयोग था या इसके पीछे एक गहरी सैन्य सोच और रणनीति थी। इस खबर में हम आपको विस्तार से बताएंगे कि क्यों रात का अंधेरा ऐसे मिशनों के लिए सबसे मुफ़ीद समय होता है।

पहली वजह

सबसे पहली और सीधी वजह है – रात में कम दृश्यता। आधुनिक युद्ध में विज़िबिलिटी (Visibility) एक बड़ा फैक्टर होती है। जब आप दुश्मन के इलाके में जाते हैं तो सबसे बड़ा खतरा होता है — जल्दी से डिटेक्ट हो जाना।

रात के अंधेरे में रेडार और थर्मल इमेजिंग के बावजूद विमानों और ड्रोन को पहचानना कठिन होता है। विजुअल ट्रैकिंग लगभग नामुमकिन हो जाती है खासकर जब विमानों में कम-रडार-क्रॉस सेक्शन टेक्नोलॉजी होती है। इसका फायदा ये होता है कि जब दुश्मन सो रहा होता है या चौकसी कम होती है तब आपकी कार्रवाई ज्यादा गुप्त और असरदार हो सकती है।

दूसरी वजह

रात में हमला करने से सिर्फ मिशन की गोपनीयता ही नहीं बढ़ती बल्कि अपने सैनिकों की सुरक्षा भी सुनिश्चित होती है। एयर डिफेंस सिस्टम रात में कम प्रभावी हो जाते हैं। पायलटों को गाइड करने वाली विरोधी ताकतें (जैसे एंटी-एयरक्राफ्ट गन या मिसाइल्स) कम सटीक हो जाती हैं। इसलिए जब हम रात के समय सर्जिकल या एयर स्ट्राइक करते हैं तो हमारे पायलटों को दुश्मन के हमले से बचने की बेहतर संभावना रहती है।

तीसरी वजह

एक और बड़ा फायदा है कि रात में दुश्मन के जवाबी हमले की संभावना बेहद कम हो जाती है। अधिकांश सैन्य अड्डे और कंट्रोल रूम दिन की तुलना में रात में कम सक्रिय होते हैं।

ऐसे में अगर हमला होता है तो तुरंत जवाब देने के लिए उनके पास ऑपरेशनल मैनपावर नहीं होता। जब तक वे स्थिति को समझें तब तक भारतीय वायुसेना का मिशन पूरा हो चुका होता है। ‘सर्प्राइज़’ फैक्टर को बनाए रखना किसी भी ऑपरेशन की सफलता की कुंजी होता है और रात इसका सबसे सटीक समय है।

चौथी वजह आज के वैश्विक परिदृश्य में किसी भी सैन्य कार्रवाई को केवल स्थानीय घटना नहीं माना जाता। इसलिए किसी भी देश को ऐसे ऑपरेशन करते समय अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया का भी ध्यान रखना पड़ता है।

रात में हमला करने के फायदे

सटीक निशाना लगाना – नागरिक आबादी के बीच छिपे आतंकी ठिकानों को टारगेट करना आसान होता है क्योंकि आम नागरिक उस समय अपने घरों में होते हैं। न्यूनतम कोलैटरल डैमेज – जिससे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आलोचना की संभावना कम हो जाती है। इस तरह भारत ‘रिस्पॉन्सिबल मिलिट्री पावर’ की छवि बनाए रखते हुए भी कठोर जवाब देता है।

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