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Up Kiran , Digital Desk: आज का युवा वर्ग करियर, पढ़ाई और सोशल मीडिया के बीच इस कदर उलझ गया है कि अपनी सेहत को पूरी तरह नज़रअंदाज़ कर रहा है। मोबाइल की स्क्रॉलिंग हो या लैपटॉप पर घंटों का वर्कलोड – शरीर, खासकर रीढ़ की हड्डी (Spine), सबसे ज्यादा प्रभावित हो रही है। हाल के वर्षों में युवाओं में कमर और पीठ दर्द के मामलों में भारी इजाफा हुआ है।
मगर क्या आपने कभी सोचा है कि ये समस्याएं क्यों और कैसे इतनी आम होती जा रही हैं? इस लेख में हम बात करेंगे उन आदतों की जो रीढ़ की हड्डी को नुकसान पहुंचा रही हैं। साथ ही जानेंगे इनसे बचने के सरल उपाय।
पहली गलती
चाहे ऑफिस हो या क्लासरूम, या फिर Netflix का बिंज-वॉच – हमारी लाइफस्टाइल में बैठना ही बैठना शामिल हो गया है। मगर घंटों तक एक ही पोजिशन में बैठना रीढ़ की हड्डी के लिए बेहद हानिकारक होता है।
समाधान:
हर 30-40 मिनट में उठकर थोड़ी देर टहलें या स्ट्रेच करें।
कुर्सी पर बैठते वक्त पीठ को पूरा सहारा दें और कमर सीधी रखें।
Standing Desk या Lumbar Support Cushions का उपयोग करें।
दूसरी गलती
हममें से कई लोग सुबह एक्सरसाइज की बजाय मोबाइल स्क्रॉल करना पसंद करते हैं। मगर यह आदत रीढ़ की हड्डी को कमजोर कर सकती है क्योंकि शरीर की मांसपेशियां, खासकर पीठ और पेट की, एक्सरसाइज से मजबूत होती हैं।
समाधान:
दिन में कम से कम 30 मिनट योग या हल्की कसरत जरूर करें।
स्विमिंग, ब्रिस्क वॉक और स्ट्रेचिंग को रूटीन में शामिल करें।
हफ्ते में कम से कम 5 दिन शारीरिक गतिविधि जरूर करें।
तीसरी गलती
विटामिन D और कैल्शियम की कमी से हड्डियां धीरे-धीरे खोखली होने लगती हैं। फास्ट फूड और जंक डाइट की आदत ने युवाओं को पोषक तत्वों से दूर कर दिया है।
समाधान:
अपने आहार में दूध, पनीर, दही, हरी पत्तेदार सब्जियाँ और मेवे शामिल करें।
रोज सुबह कम से कम 20 मिनट धूप में बैठें ताकि विटामिन D का स्तर बना रहे।
डॉक्टर से परामर्श कर सप्लिमेंट्स लें यदि ज़रूरत हो।
चौथी गलती
फोन का लगातार इस्तेमाल, बेड पर लेटकर पढ़ना या झुककर लैपटॉप चलाना – ये सभी आदतें रीढ़ की हड्डी पर अतिरिक्त दबाव डालती हैं और उसके नैचुरल कर्व को नुकसान पहुंचाती हैं।
समाधान:
काम या पढ़ाई करते समय टेबल-कुर्सी का सही उपयोग करें।
सोने के लिए ऐसा गद्दा और तकिया चुनें जो रीढ़ को सपोर्ट दे।
स्क्रीन को आंखों के लेवल पर रखें ताकि गर्दन न झुके।
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