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Up Kiran, Digital Desk: सरकार ने कई चीजों पर जीएसटी (GST) तो घटा दिया, लेकिन क्या उसका फायदा आप तक पहुंच रहा है? शायद नहीं! सरकार के पास ऐसी 3,000 से ज़्यादा शिकायतें पहुंची हैं, जिनमें कहा गया है कि कंपनियां जीएसटी कटौती का फायदा ग्राहकों को देने के बजाय 'नकली डिस्काउंट' का खेल खेलकर खुद मुनाफा कमा रही हैं।

यह खुलासा राष्ट्रीय मुनाफाखोरी-रोधी प्राधिकरण (National Anti-Profiteering Authority - NAA), जो अब भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) का हिस्सा है, के पास आई शिकायतों से हुआ है।

समझिए, कैसे हो रहा है यह पूरा खेल?

मान लीजिए, सरकार ने किसी 100 रुपये के सामान पर GST 18% से घटाकर 12% कर दिया। नियम के हिसाब से, कंपनी को उस सामान का बेस प्राइस कम करके उसका फायदा ग्राहक को देना चाहिए।

लेकिन कुछ चालाक कंपनियां क्या कर रही हैं:

वे सामान का बेस प्राइस कम नहीं कर रहीं।

इसके बजाय, वे पुरानी कीमत पर ही एक "डिस्काउंट" का स्टीकर लगा देती हैं, ताकि अंतिम कीमत उतनी ही लगे जितनी GST कटने के बाद होनी चाहिए।

देखने में तो आपको लगता है कि आपको डिस्काउंट मिल गया, लेकिन असल में कंपनी ने टैक्स कटौती का पूरा फायदा अपनी जेब में रख लिया और आपको कुछ नहीं मिला।

किन चीजों पर हो रही है यह धांधली?

ये शिकायतें ज्यादातर एफएमसीजी (FMCG) सेक्टर से जुड़ी हैं, यानी आपके रोज़मर्रा के इस्तेमाल की चीजें जैसे- साबुन, शैंपू, चॉकलेट और दूसरे घरेलू सामान। इसके अलावा, कुछ रेस्टोरेंट भी इसी तरह का खेल कर रहे हैं।

सरकार ने इन शिकायतों को बहुत गंभीरता से लिया है। CCI अब इन सभी मामलों की जांच करेगा और अगर कोई कंपनी मुनाफाखोरी करते हुए पाई जाती है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। दोषी पाए जाने पर कंपनी को ग्राहकों को पैसा लौटाना पड़ सकता है या उस रकम को उपभोक्ता कल्याण कोष में जमा कराना पड़ सकता है।