
उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बार फिर प्रशासनिक स्तर पर बड़ा फेरबदल किया है। इस बार 33 आईएएस अधिकारियों का तबादला किया गया है, जिनमें कई प्रमुख जिलों के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पदों पर तैनात अफसर शामिल हैं। इस फेरबदल का उद्देश्य प्रशासनिक व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाना और विभिन्न क्षेत्रों में विकास को गति देना बताया जा रहा है।
11 जिलों के जिलाधिकारी बदले, कई नई नियुक्तियां
इस प्रशासनिक बदलाव में वाराणसी, आजमगढ़, हापुड़, बरेली, अंबेडकर नगर, गाजीपुर, झांसी, कुशीनगर, महोबा, भदोही और संतकबीर नगर जैसे 11 जिलों के जिलाधिकारी बदले गए हैं। यह बदलाव न केवल जिलों की कार्यशैली को प्रभावित करेगा बल्कि प्रदेश के विकास कार्यक्रमों की दिशा को भी तय करेगा।
वाराणसी के डीएम एस. राज लिंगम को मंडलायुक्त बनाया गया
वाराणसी के जिलाधिकारी एस. राज. लिंगम को पदोन्नत कर वाराणसी मंडल का आयुक्त बना दिया गया है। उनकी जगह विशेष सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय में तैनात सत्येंद्र कुमार को नया जिलाधिकारी वाराणसी नियुक्त किया गया है। यह बदलाव प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में प्रशासनिक कुशलता को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
हापुड़, बरेली और आजमगढ़ में भी नए डीएम
हापुड़ की जिलाधिकारी प्रेरणा शर्मा को निदेशक सूडा बनाया गया है, जबकि मेरठ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभिषेक पांडे को हापुड़ का नया डीएम नियुक्त किया गया है। बरेली के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार 2 को आजमगढ़ भेजा गया है, वहीं अंबेडकर नगर के डीएम अविनाश सिंह को बरेली का जिलाधिकारी बनाया गया है।
आजमगढ़ के नवनीत सिंह चहल को मुख्यमंत्री सचिवालय में विशेष सचिव की जिम्मेदारी
आजमगढ़ के पूर्व जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल को अब मुख्यमंत्री सचिवालय में विशेष सचिव बनाया गया है। यह नियुक्ति मुख्यमंत्री कार्यालय की नीतियों और योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
अन्य आईएएस अधिकारियों को भी मिली महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
अनुपम शुक्ला, जो अब तक विशेष सचिव ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत थे, उन्हें अंबेडकर नगर का जिलाधिकारी बनाया गया है।
नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह को विशेष सचिव ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा की जिम्मेदारी दी गई है।
प्रयागराज के विकास अधिकारी गौरव कुमार को लखनऊ नगर निगम का नया नगर आयुक्त बनाया गया है।
चंदौली की संयुक्त मजिस्ट्रेट हर्षिका सिंह को मुख्य विकास अधिकारी प्रयागराज नियुक्त किया गया है।
इन तबादलों के साथ ही प्रदेश सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता और दक्षता बनाए रखने के लिए समय-समय पर ऐसी कार्रवाई आवश्यक है। यह बदलाव न केवल संगठनात्मक मजबूती प्रदान करेगा बल्कि आम जनता तक योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में भी सहायक साबित होगा।