Up Kiran, Digital Desk: हांगकांग के ताई पो ज़िले में बुधवार को एक भीषण आग ने भारी तबाही मचाई, जिसमें अब तक 44 लोगों की जान जा चुकी है। अधिकारियों के अनुसार, यह घटना हांगकांग में दशकों में लगी सबसे बड़ी आग में से एक मानी जा रही है। आग के बाद भी लगभग 300 लोग लापता हैं, और बचाव कार्य अभी भी जारी है।
वांग फुक कोर्ट में आग का तांडव
ताई पो ज़िले के वांग फुक कोर्ट परिसर में आग ने आठ में से सात टावरों को अपनी चपेट में ले लिया। आग की लपटें इतनी तेज़ थीं कि पूरे इलाके में घना धुआं और चमकती नारंगी आग नजर आ रही थी। इमारत के भीतर और बाहर से आग की लपटें उठने लगीं, जिससे सैकड़ों लोग किसी तरह जान बचाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुँचने में सफल रहे।
अधिकारियों का कहना है कि आग में 40 लोग घटनास्थल पर ही मृत पाए गए थे, जबकि 62 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिनमें से कई को जलने और धुएं से सांस की समस्या हो रही है।
गिरफ्तारी: निर्माण लापरवाही पर शक
इस घटना के सिलसिले में हांगकांग पुलिस ने तीन लोगों को हत्या के संदेह में गिरफ्तार किया है। इन लोगों की उम्र 52 से 68 साल के बीच है और वे एक निर्माण कंपनी के निदेशक तथा एक इंजीनियरिंग सलाहकार हैं। पुलिस का आरोप है कि इन लोगों ने सुरक्षा मानकों की अनदेखी करते हुए लापरवाही बरती, जिससे इस बड़ी आपदा का सामना करना पड़ा।
निर्माण सामग्री में ज्वलनशील पॉलीस्टाइरीन बोर्ड पाए जाने के बाद, अधिकारियों को शक है कि यह लापरवाही की ओर इशारा कर रहा है। इसके अलावा, आग बुझाने में भी परेशानी का सामना किया गया क्योंकि इमारतों के बाहर लगे मचान और निर्माण जाल आग के फैलने में मददगार साबित हुए।
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