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Up Kiran, Digital Desk: पंजाब के किसानों के लिए अच्छी खबर है। बाढ़ की मार झेल रहे हजारों लोगों को सरकार ने तय समय से पहले मुआवजा देना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई में अमृतसर जिले के 631 प्रभावित परिवारों को करीब 5.70 करोड़ रुपये के चेक सौंपे गए, जबकि इसके लिए 45 दिन की डेडलाइन तय की गई थी।

बाढ़ से टूटी उम्मीदें, सरकार ने दिया सहारा

अचानक आई इस बाढ़ ने पंजाब के कई गांवों में तबाही मचा दी। खेत, मकान, पशुधन—सब कुछ पानी में बह गया। लेकिन सरकार ने इस संकट को केवल आंकड़ों में नहीं देखा, बल्कि राहत के तौर पर सीधी मदद पहुंचाने का काम किया।

मुख्यमंत्री मान ने कहा कि 11 सितंबर को मुआवजे का वादा किया गया था और 28 अक्टूबर की डेडलाइन तय की गई थी। मगर मेहनती प्रशासन और राजस्व विभाग की बदौलत यह काम समय से पहले पूरा हो गया।

किसानों को मिला देश में सबसे ज़्यादा मुआवजा

मुख्यमंत्री ने दावा किया कि देश में पहली बार किसानों को प्रति एकड़ 20,000 रुपये का मुआवजा दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि SDRF (राज्य आपदा राहत कोष) के तहत सिर्फ 6,800 रुपये प्रति एकड़ मिलते हैं, जिसमें केंद्र से कुछ और राज्य से केवल 1,700 रुपये आते थे। अब पंजाब सरकार ने खुद 13,200 रुपये अतिरिक्त जोड़कर कुल राशि 14,900 रुपये प्रति एकड़ कर दी है।

अमृतसर में भारी नुकसान, 198 गांव प्रभावित

अमृतसर जिला सबसे ज़्यादा प्रभावित रहा जहां 198 गांव बाढ़ की चपेट में आए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यहां 59,793 एकड़ फसलें बर्बाद, 958 मकान पूरी तरह तबाह और 3,711 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा। सरकार ने पारदर्शिता बनाए रखने के लिए ऑनलाइन गिरदावरी पोर्टल का उपयोग किया, जिससे हर जानकारी रिकॉर्ड में दर्ज की गई।

सर्वे से मिली असली तस्वीर, 2,508 गांवों में नुकसान

राज्य भर में 2,508 गांवों में विशेष गिरदावरी कराई गई। रिपोर्ट के अनुसार, करीब 3.5 लाख एकड़ फसलें पूरी तरह नष्ट हो गईं। 825 गांवों में आपत्ति प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और मुआवजा राशि जारी कर दी गई है। बाकी गांवों में भी 28 अक्टूबर तक राशि ट्रांसफर कर दी जाएगी।