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Up Kiran, Digital Desk: केरल में एक दुर्लभ लेकिन बेहद जानलेवा इन्फेक्शन ने दहशत फैला दी है. राज्य में 'ब्रेन-ईटिंग अमीबा' (Brain-eating amoeba) के कारण एक और मौत की पुष्टि हुई है, जिससे सिर्फ एक महीने में इस संक्रमण से मरने वालों की संख्या 6 हो गई है.

ताजा मामला मलप्पुरम जिले का है, जहां एक 24 वर्षीय युवक ने इस भयानक संक्रमण के कारण दम तोड़ दिया.

क्या है यह 'दिमाग खाने वाला अमीबा'?

यह कोई कहानी नहीं, बल्कि एक असली और खतरनाक सूक्ष्मजीव है.

वैज्ञानिक नाम: इसे 'नेग्लेरिया फाउलेरी' (Naegleria fowleri) के नाम से जाना जाता है.

कैसे करता है हमला: यह अमीबा आमतौर पर रुके हुए गंदे पानी जैसे तालाबों, झीलों और पोखर में पाया जाता है. जब कोई व्यक्ति ऐसे पानी में नहाता है या डुबकी लगाता है, तो यह सूक्ष्मजीव नाक के रास्ते शरीर में घुस जाता है और वहां से सीधे दिमाग तक पहुंच जाता . दिमाग में पहुंचकर यह ब्रेन टिशूज को नष्ट करना शुरू कर देता है, इसीलिए इसे 'ब्रेन-ईटिंग' यानी दिमाग खाने वाला कहा जाता

 हैं इसके लक्षण?इसके लक्षण बहुत तेजी से बढ़ते हैं और इसमें शामिल हैं:

तेज बुखार

भयानक सिरदर्द

उल्टी आना

दौरे पड़ना

खतरनाक बात यह है कि यह संक्रमण लगभग हमेशा जानलेवा होता ਹੈ. इसकी मृत्यु दर 97% से भी ज़्यादा  क्योंकि इसका कोई सिद्ध इलाज मौजूद नहीं है.

सरकार ने जारी की सख्त चेतावनी

केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने मौत की पुष्टि करते हुए राज्य के लोगों के लिए एक सख्त एडवाइजरी जारी की ਹੈ. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी हाल में तालाब या किसी भी अन्य स्रोत के रुके हुए और गंदे पानी में नहाने से बचें.

यह दुर्लभ संक्रमण भले ही एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता, लेकिन इसकी भयावहता को देखते हुए सावधानी बरतना ही एकमात्र उपाय ਹੈ.