img

Up Kiran, Digital Desk: अक्सर हम अपने शरीर के छोटे-छोटे बदलावों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं, सोचते हैं कि शायद काम की थकावट है या मौसम बदल रहा है. लेकिन कई बार ये छोटे बदलाव किसी बड़ी बात का इशारा भी हो सकते हैं. ऐसी ही एक स्थिति है प्रीडायबिटीज, जिसे अगर समय पर न पहचाना जाए, तो ये आगे चलकर टाइप 2 मधुमेह (Type 2 diabetes) का रूप ले सकती है. हैरानी की बात ये है कि ज़्यादातर लोगों को पता ही नहीं होता कि उन्हें प्रीडायबिटीज है!

जब हमारे खून में शुगर का स्तर सामान्य से ज़्यादा हो जाए, लेकिन इतना ज़्यादा भी न हो कि उसे डायबिटीज़ कहा जाए, तो इसे प्रीडायबिटीज कहते हैं. इसे पहचानना मुश्किल इसलिए भी है क्योंकि इसके लक्षण कई बार बहुत हल्के होते हैं, या फिर हमें लगता है कि ये किसी और वजह से हो रहे हैं. चलिए, आज उन 6 खास निशानों पर बात करते हैं, जिन्हें देखकर आप समय रहते सतर्क हो सकते हैं और डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं:

कमज़ोरी और ज़्यादा थकान महसूस होना: अगर आपको अक्सर थकान लगती है, भले ही आप पूरी नींद ले रहे हों, तो यह एक संकेत हो सकता है. जब शरीर कोशिकाओं तक शुगर को ठीक से नहीं पहुँचा पाता, तो उनमें ऊर्जा की कमी हो जाती है.

प्यास का बढ़ना और बार-बार पेशाब आना: अचानक से आपको बहुत प्यास लगने लगी है और आपको पहले के मुकाबले बार-बार बाथरूम जाना पड़ रहा है? ये बढ़े हुए ब्लड शुगर को शरीर से बाहर निकालने की कोशिश का एक तरीका हो सकता है.

अचानक भूख का बढ़ना: अगर आपको सामान्य से ज़्यादा भूख लगती है, और खाना खाने के कुछ देर बाद ही फिर से कुछ खाने का मन करने लगता है, तो यह भी एक लक्षण हो सकता है. शरीर कोशिकाओं तक ग्लूकोज़ नहीं पहुँचा पाता, जिससे दिमाग को लगता है कि आपको और ऊर्जा चाहिए.

आँखों में धुंधलापन या नज़र कमजोर होना: हालाँकि यह टाइप 2 मधुमेह का अधिक स्पष्ट लक्षण है, लेकिन कभी-कभी प्रीडायबिटीज वाले लोगों को भी हल्का धुंधलापन महसूस हो सकता है. यह ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव के कारण होता है जो आँखों के लेंस को प्रभावित करता है.

घावों का धीरे भरना: अगर आपको कोई छोटा-मोटा कट या घाव लगा है और उसे भरने में सामान्य से ज़्यादा समय लग रहा है, तो इस पर ध्यान देना ज़रूरी है. शरीर में बढ़ी हुई शुगर रक्त वाहिकाओं और तंत्रिकाओं को प्रभावित कर सकती है, जिससे हीलिंग प्रक्रिया धीमी हो जाती है.

त्वचा के रंग में बदलाव (खासकर गर्दन और बगल में): इसे 'एकेन्थोसिस निगरिकन्स' (Acanthosis Nigricans) कहते हैं. अगर आपकी गर्दन, बगल या जांघों के अंदरूनी हिस्से में त्वचा का रंग गहरा और मोटा हो रहा है, तो ये इंसुलिन रेजिस्टेंस का संकेत हो सकता है, जो प्रीडायबिटीज का एक अहम कारक है.

अगर आप इनमें से कोई भी लक्षण महसूस कर रहे हैं, तो घबराएं नहीं! बस एक बार डॉक्टर से मिलकर अपनी जाँच करवाएं. समय रहते पता चल जाए, तो सही खान-पान और जीवनशैली में बदलाव लाकर प्रीडायबिटीज को पूरी तरह से रोका या नियंत्रित किया जा सकता है. अपनी सेहत का ध्यान रखना सबसे ज़रूरी है.