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Up Kiran, Digital Desk: क्या आप जानते हैं कि जिस हवा में आप दिल्ली में सांस ले रहे हैं, वह सिर्फ आपके फेफड़ों को ही नहीं, बल्कि आपके खून को भी धीरे-धीरे कमज़ोर कर रही है? दिल्ली का ज़हरीला प्रदूषण (Delhi Pollution) अब एक ऐसी सच्चाई बन गया है जो न केवल साँस लेने में दिक्कत पैदा कर रहा है, बल्कि यह आपके शरीर के सबसे महत्वपूर्ण हिस्से—आपके खून (Blood)—को भी गंभीर रूप से नुकसान पहुँचा रहा है! एक डॉक्टर ने इस बारे में बेहद महत्वपूर्ण और चौंकाने वाली जानकारी साझा की है, जिससे यह समझना ज़रूरी हो जाता है कि यह स्मॉग (Smog) कैसे आपके आंतरिक स्वास्थ्य को खराब कर रहा है.

डॉक्टर ने क्या कहा: स्मॉग और खून का घातक रिश्ता!

दिल्ली की हवा में पीएम 2.5 (PM2.5) और पीएम 10 (PM10) जैसे सूक्ष्म कणों की मात्रा बहुत अधिक होती है. जब आप इस प्रदूषित हवा में सांस लेते हैं, तो ये छोटे-छोटे कण सिर्फ आपके फेफड़ों तक ही नहीं रुकते, बल्कि रक्तप्रवाह (bloodstream) में भी प्रवेश कर जाते हैं. डॉक्टर ने बताया है कि:

  1. खून में ऑक्सीजन की कमी (Reduced Oxygen Carrying Capacity): प्रदूषण के सूक्ष्म कण, खासकर कार्बन मोनोऑक्साइड जैसे तत्व, लाल रक्त कोशिकाओं (red blood cells) की ऑक्सीजन ले जाने की क्षमता को कम कर देते हैं. इससे शरीर के अंगों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती, जिससे आप थका हुआ और कमज़ोर महसूस करते हैं.
  2. रक्त जमावट का खतरा (Increased Blood Clotting): प्रदूषक रक्त वाहिकाओं की परत को नुकसान पहुँचाते हैं, जिससे रक्त जमावट (blood clotting) का खतरा बढ़ जाता है. यह दिल के दौरे (heart attack) और स्ट्रोक (stroke) जैसी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है.
  3. सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव (Inflammation and Oxidative Stress): प्रदूषण खून में सूजन (inflammation) और ऑक्सीडेटिव तनाव (oxidative stress) को बढ़ाता है. ये दोनों कारक क्रोनिक बीमारियों और विभिन्न अंगों के खराब होने का कारण बन सकते हैं.
  4. हीमोग्लोबिन पर असर (Affects Hemoglobin): लंबे समय तक प्रदूषण के संपर्क में रहने से हीमोग्लोबिन का स्तर प्रभावित हो सकता है, जिससे एनीमिया (anemia) और अन्य रक्त संबंधी विकार हो सकते हैं.

ये सभी प्रभाव मिलकर आपके शरीर को अंदर से कमज़ोर बनाते हैं, जिससे आप आसानी से बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं.

दिल्ली वाले क्या करें, जब जान ले रही हो हवा?

  1. मास्क पहनें: बाहर निकलने पर N95 या N99 मास्क का उपयोग करें.
  2. कम बाहर निकलें: ज़रूरी न हो तो खासकर सुबह और शाम के समय घर से बाहर न निकलें, जब प्रदूषण ज़्यादा होता है.
  3. एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें: घर के अंदर हवा को शुद्ध रखने के लिए एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें.
  4. स्वस्थ आहार: ऐसे फल और सब्जियां खाएं जो एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर हों, ताकि शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव कम हो.
  5. डॉक्टर से सलाह: अगर आपको सांस लेने में तकलीफ या अन्य लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

यह 'डॉक्टर की चेतावनी' बताती है कि दिल्ली का प्रदूषण अब केवल आँखों में जलन या खाँसी तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि यह हमारे खून और पूरी शारीरिक प्रणाली पर एक गंभीर खतरा बन गया है.