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Up Kiran, Digital Desk: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में फिजी के प्रधानमंत्री सितिवेनी राबुका के साथ एक बेहद महत्वपूर्ण मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान, दोनों देशों के बीच रक्षा, सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए सात बड़े समझौतों (pacts) पर हस्ताक्षर किए गए। यह भारत और फिजी के द्विपक्षीय संबंधों को और मज़बूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

क्या हुए समझौते और क्यों हैं ये खास?

यह मुलाकात दोनों देशों के बीच आपसी समझ और सहयोग को दर्शाती है। इन सात समझौतों में शामिल हैं:

रक्षा और सुरक्षा: दोनों देश रक्षा सहयोग को और बढ़ाने पर सहमत हुए हैं। इसका मतलब है कि भारत फिजी को रक्षा उपकरण, प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता प्रदान कर सकता है, जिससे फिजी की सुरक्षा क्षमताएं मजबूत होंगी।

जलवायु परिवर्तन: जलवायु परिवर्तन आज दुनिया के सामने एक बड़ी चुनौती है। इस समझौते के तहत, भारत और फिजी मिलकर इस समस्या से निपटने के लिए काम करेंगे, जिसमें नवीकरणीय ऊर्जा (renewable energy) और टिकाऊ विकास (sustainable development) जैसे क्षेत्रों में सहयोग शामिल हो सकता है।

अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्र: इसके अलावा, स्वास्थ्य, शिक्षा, व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे क्षेत्रों में भी सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी है।

संबंधों को नई दिशा:फिजी के प्रधानमंत्री राबुका की भारत यात्रा और इन समझौतों पर हस्ताक्षर, दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का काम करेगा। यह दिखाता है कि भारत प्रशांत क्षेत्र के देशों के साथ अपने संबंधों को कितना महत्व देता है और कैसे वह उनकी प्रगति में एक विश्वसनीय भागीदार बनना चाहता है।

यह साझेदारी भारत की 'एक्ट ईस्ट' (Act East) नीति का भी एक अहम हिस्सा है, जिसके तहत वह एशिया-प्रशांत क्षेत्र के साथ अपने जुड़ाव को बढ़ा रहा है।

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