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Up Kiran, Digital Desk: भीलवाड़ा शहर में इन दिनों एक हत्याकांड ने हर किसी को हैरान कर दिया था। अब जाकर उसकी गुत्थी सुलझी है और सच सुनकर पुलिस वाले भी चौंक गए।

घटना 30 नवंबर की है। सदर थाना क्षेत्र की इंदिरा विहार कॉलोनी में सुबह-सुबह झाड़ियों के पास एक शव मिला। पूरा शरीर खून से सना हुआ था। सिर पर गहरे जख्म थे और पास ही एक स्कूटी खड़ी थी। स्थानीय लोग डर गए। खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची।

मृतक की शिनाख्त हुई तिलकनगर निवासी 45 साल के महेंद्र सिंह के रूप में। उनके बेटे सुरेंद्र सिंह ने थाने में रिपोर्ट लिखवाई कि किसी ने उनके पिता की हत्या की है। मामला गंभीर था। भीलवाड़ा एसपी धर्मेंद्र सिंह ने तुरंत कई टीमें बनाईं और तेजी से जांच शुरू करवा दी।

पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज देखे। मोबाइल लोकेशन चेक की। तकनीकी सबूत जुटाए। इसी दौरान शक की सुई गई बनेड़ा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुरा गांव के रहने वाले 40 साल के रामेश्वर जाट पर। रामेश्वर कोई और नहीं बल्कि मृतक महेंद्र का सात करीबी दोस्त और सात साल से डेयरी कारोबार का पार्टनर था।

जब पुलिस ने रामेश्वर को पकड़कर सख्ती से पूछा तो पहले तो वह टालता रहा। बयान बदलता रहा। लेकिन जब दबाव बढ़ा तो वह टूट गया। उसने कबूल कर लिया कि महेंद्र को उसने ही मारा है। तरीका सुनकर हर कोई सन्न रह गया – उसने अपने ट्रैक्टर से महेंद्र को रौंद डाला।

वजह? रामेश्वर को शक था कि उसकी पत्नी का महेंद्र के साथ नाजायज रिश्ता है। पैसों का लेन-देन तो पहले से चलता था लेकिन यह शक उसके दिमाग में जहर बन गया। आखिरकार उसने प्लान बनाया। महेंद्र को रास्ते से हटाने का। एक दिन मौका देखकर उसे सुनसान जगह बुलाया और ट्रैक्टर चढ़ा दिया। बाद में हादसा दिखाने की कोशिश की लेकिन पुलिस के सबूतों के आगे उसकी एक न चली।