
Up Kiran, Digital Desk: आज की दुनिया सिर्फ़ किताबी ज्ञान या अच्छे अंकों से ही नहीं चलती। छात्रों को जीवन में सही मायने में सफल और खुशहाल बनाने के लिए कुछ ऐसे हुनर या 'लाइफ स्किल्स' की ज़रूरत होती है जो उन्हें स्कूल या कॉलेज की दीवारों के बाहर आने वाली चुनौतियों का सामना करने में मदद करें।
ये 8 ज़रूरी लाइफ स्किल्स वो बुनियाद हैं जो छात्रों को आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने, बेहतर रिश्ते बनाने, मुश्किलों से हार न मानने और सही फैसले लेने में सक्षम बनाती हैं। इन हुनर में शामिल हो सकते हैं - सही तरीके से बातचीत करना (communication), समस्याओं का हल निकालना (problem-solving), आलोचनात्मक सोच (critical thinking), मिलकर काम करना (collaboration), बदलते हालात में ढल जाना (adaptability), तनाव को संभालना (stress management), और अपनी भावनाओं को समझना व मैनेज करना (emotional intelligence)।
सिर्फ़ सिलेबस पूरा कर लेना ही पर्याप्त नहीं है। स्कूलों और अभिभावकों की यह ज़िम्मेदारी बनती है कि वे छात्रों को ये व्यवहारिक कौशल सिखाने पर ध्यान दें। उन्हें ऐसे मौके दिए जाएं जहाँ वे इन हुनर का अभ्यास कर सकें। ग्रुप प्रोजेक्ट्स, वाद-विवाद प्रतियोगिताएं, खेलकूद और अन्य सह-पाठयक्रम गतिविधियाँ इन कौशलों को विकसित करने में सहायक होती हैं।
जब छात्र इन 8 महत्वपूर्ण लाइफ स्किल्स से लैस होते हैं, तो वे केवल अच्छी नौकरी पाने तक सीमित नहीं रहते, बल्कि वे ज़्यादा जिम्मेदार नागरिक बनते हैं, अपनी ज़िंदगी के उतार-चढ़ावों को बेहतर तरीके से संभाल पाते हैं और एक संपूर्ण जीवन जीते हैं। इसलिए, शिक्षा का मतलब सिर्फ़ ज्ञान देना नहीं, बल्कि छात्रों को जीवन जीने के लिए तैयार करना भी है।
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