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Up Kiran, Digital Desk: बहुत से लोग दिनभर की भागदौड़ के बाद सीधे बिस्तर पर चले जाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आदत आपकी सेहत और मानसिक स्थिति पर बुरा असर डाल सकती है? रात को पैर धोकर सोने की सलाह न सिर्फ धार्मिक ग्रंथों में दी गई है, बल्कि इसके पीछे वैज्ञानिक और मानसिक तर्क भी छिपे हैं। यह लेख बताता है कि यह साधारण सी आदत कैसे आपके जीवन में बड़ा बदलाव ला सकती है।

पैरों के ज़रिए फैलती है नकारात्मकता

दिनभर बाहर रहने से पैरों में धूल, थकान और नकारात्मक ऊर्जा जमा हो जाती है। यदि इन्हें धोए बिना आप बिस्तर पर चले जाते हैं, तो यही नकारात्मकता घर के माहौल और आपके मन-मस्तिष्क पर असर डालती है। वास्तु के अनुसार, सोने से पहले पैरों को साफ करना वातावरण को सकारात्मक बनाए रखने में मदद करता है।

नींद के दौरान ऊर्जा चक्रों की भूमिका

हिंदू परंपराओं में यह माना जाता है कि शरीर में मौजूद ऊर्जा केंद्र रात के समय शांत अवस्था में होते हैं। अगर पैरों की सफाई न की जाए, तो यह ऊर्जा चक्र प्रभावित होते हैं। पानी के माध्यम से इन चक्रों को संतुलित किया जा सकता है। सोने से पहले कुछ क्षण इष्ट देव का ध्यान और पैरों की धुलाई, मानसिक संतुलन को बढ़ावा देती है।

स्वास्थ्य के नजरिए से जरूरी

पसीना और बैक्टीरिया पूरे दिन पैरों पर जमा रहते हैं। यदि इन्हें साफ न किया जाए, तो ये बिस्तर तक पहुंचकर त्वचा संबंधी परेशानियों और संक्रमण को जन्म दे सकते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि साफ पैरों से सोना संक्रमण के खतरे को कम करता है और स्वच्छता बनाए रखने में सहायक होता है।

थकान और तनाव से राहत

पैरों को धोने से शरीर का तापमान संतुलित रहता है। ज्योतिष और वास्तु विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रक्रिया मानसिक तनाव को कम करती है और एक सुकून भरी नींद की ओर ले जाती है। थकान दूर करने का यह आसान उपाय न सिर्फ मानसिक रूप से आपको राहत देता है, बल्कि अगली सुबह तरोताजा भी बनाता है।

बेहतर नींद के लिए यह आदत जरूरी

जो लोग पैरों को धोए बिना सोते हैं, अक्सर उन्हें बेचैनी और अनिद्रा जैसी समस्याएं सताती हैं। पैरों की सफाई से न केवल शरीर को आराम मिलता है, बल्कि नींद भी गहरी और गुणवत्तापूर्ण होती है। इसके साथ ही, साफ बिस्तर भी नींद में बड़ी भूमिका निभाता है, इसलिए बिस्तर की सफाई पर भी उतना ही ध्यान दें।

घर में जूते-चप्पल न लाएं

वास्तु के अनुसार, घर को मंदिर के समान माना गया है। बाहर की गंदगी और नकारात्मक ऊर्जा को घर में लाने से बचने के लिए जूते-चप्पल हमेशा बाहर ही उतारें। यह आदत बैक्टीरिया और नकारात्मकता को भीतर आने से रोकती है और घर को शांत और पवित्र बनाए रखती है।