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Up Kiran, Digital Desk: एक समय था जब अच्छी नौकरी और सफलता का सीधा सा फॉर्मूला था - स्कूल में अच्छे नंबर लाओ, अच्छे कॉलेज से डिग्री लो और बस, जिंदगी सेट! लेकिन आज की दुनिया इतनी तेजी से बदल रही है कि यह फॉर्मूला अब पुराना हो चुका है। आज की कंपनियां सिर्फ आपकी मार्कशीट नहीं देखतीं, वे आप में कुछ और भी ढूंढती हैं।

तो अगर आपको भी भविष्य का एक सफल लीडर बनना है, जो किसी भी चुनौती का सामना कर सके, तो आपको अपनी पढ़ाई के साथ-साथ तीन और चीजों पर महारत हासिल करनी होगी। ये तीन चीजें मिलकर आपको 'फ्यूचर-रेडी' बनाएंगी।

1. ज्ञान: 'क्या' से ज्यादा 'क्यों' पर ध्यान दें

ज्ञान का मतलब सिर्फ किताबों में लिखी बातों को रट लेना नहीं है। असली ज्ञान तब होता है जब आप चीजों की तह तक जाते हैं और यह समझने की कोशिश करते हैं कि कोई चीज जैसी है, वैसी क्यों है। आज की नई शिक्षा नीति (NEP 2020) भी इसी पर जोर दे रही है।

जिज्ञासु बनें: सवाल पूछने से कभी न डरें। क्लास में, दोस्तों से, इंटरनेट से - जहां से भी हो सके, नई चीजें सीखने की कोशिश करें।

अपडेट रहें: दुनिया में क्या चल रहा है, नई टेक्नोलॉजी कौन सी आ रही है, आपके फील्ड में क्या नए बदलाव हो रहे हैं - इन सब पर नजर रखें। सिर्फ अपने सिलेबस तक ही सीमित न रहें।

याद रखें, आज के लीडर वो हैं जो हमेशा सीखते रहते हैं।

कौशल: डिग्री के साथ-साथ 'हुनर' भी जरूरी है एक क्रिकेट टीम में सिर्फ वही खिलाड़ी क्यों चुने जाते हैं जिनके पास तकनीक के साथ-साथ मैच जितवाने का हुनर भी होता है? ठीक इसी तरह, आज की जॉब मार्केट में सिर्फ डिग्री नहीं, बल्कि आपके 'सॉफ्ट स्किल्स' भी देखे जाते हैं।

कम्युनिकेशन: अपनी बात को साफ और असरदार तरीके से कहना सीखें।

टीम वर्क: अकेले तो कोई भी दौड़ सकता है, लेकिन असली लीडर वो होता है जो पूरी टीम को साथ लेकर चलता है।

समस्या-समाधान: मुश्किलों से घबराने की बजाय, उनका हल निकालने की आदत डालें।

प्रैक्टिकल अनुभव: इंटर्नशिप, प्रोजेक्ट्स और रिसर्च के जरिए अपनी किताबी बातों को असल दुनिया में लागू करना सीखें।

ये वो हुनर हैं जो आपको किसी भी किताब में नहीं मिलेंगे, इन्हें आपको खुद प्रैक्टिस करके सीखना होगा।

3. वैश्विक अवसर: सोच को 'लोकल' नहीं, 'ग्लोबल' बनाएं

आज इंटरनेट की वजह से पूरी दुनिया एक गांव बन चुकी है। आप भारत में बैठकर अमेरिका की किसी कंपनी के लिए काम कर सकते हैं या किसी जापानी क्लाइंट से बात कर सकते हैं।

नई संस्कृतियों को समझें: यह जानने की कोशिश करें कि दुनिया के दूसरे देशों में लोग कैसे रहते हैं, कैसे काम करते हैं और कैसे सोचते हैं। कई यूनिवर्सिटी अब स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम और ड्यूल डिग्री भी ऑफर कर रही हैं।

नई भाषा सीखें: कोई एक विदेशी भाषा सीखना आपके लिए दुनिया भर में नए दरवाजे खोल सकता है।

जो इंसान खुद को सिर्फ अपने शहर या देश तक सीमित नहीं रखता, बल्कि पूरी दुनिया को एक मौके के तौर पर देखता है, वही असली ग्लोबल लीडर बनता है।