Up Kiran, Digital Desk: टीम इंडिया में वापसी की उम्मीद लगाए बैठे भारत के अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने रविवार को भारतीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी। द्रविड़ के बाद पुजारा को भारतीय टेस्ट टीम की दीवार कहा जाने लगा और इसके पीछे की वजह भी उतनी ही खास है। पुजारा ने टेस्ट क्रिकेट में कई ऐसी पारियां खेली हैं, जिनकी चर्चा आज भी होती है। इस बीच, आइए जानते हैं पुजारा की टॉप-5 रिकॉर्ड तोड़ने वाली पारियों के बारे में।
इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 206 रन (2012)
2012 में अहमदाबाद में खेले गए टेस्ट मैच में पुजारा ने नाबाद 206 रन बनाकर सभी का ध्यान खींचा था। यह टेस्ट में उनका पहला दोहरा शतक था। उन्होंने इस पारी में 389 गेंदों का सामना किया। पुजारा ने इस मैच में लगभग साढ़े आठ घंटे क्रीज पर बिताए। पुजारा के दोहरे शतक के दम पर भारत ने आठ विकेट के नुकसान पर 521 रन बनाए। दूसरी पारी में पुजारा ने नाबाद 41 रन भी बनाए। भारत ने यह मैच 9 विकेट से जीता।
एक टेस्ट पारी में सर्वाधिक गेंदें फेंकने का रिकॉर्ड (2017)
2017 में, जब ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत दौरे पर थी, तब चौथा मैच रांची में खेला गया था। इस टेस्ट में पुजारा ने 525 गेंदों का सामना किया और 202 रन बनाए, जो भारत की ओर से एक टेस्ट पारी में सर्वाधिक गेंदें फेंकने का रिकॉर्ड है। इस पारी में उन्होंने 21 चौके और एक छक्का लगाया। पुजारा की इस पारी की बदौलत यह मैच ड्रॉ रहा।
जोहान्सबर्ग की मुश्किल पिच पर नाबाद 153 रन (2018)
दक्षिण अफ्रीका में रन बनाना बहुत मुश्किल होता है, खासकर जब आपके सामने कैगिसो रबाडा और वर्नोन फिलेंडर जैसे गेंदबाज हों। 2018 में, टीम इंडिया दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर थी और जोहान्सबर्ग में खेले गए टेस्ट मैच में भारत ने मात्र 7 रन पर दो विकेट गंवा दिए थे और यहीं से पुजारा ने मुश्किल पिच पर नाबाद 153 रन बनाए। उनकी पारी की बदौलत भारत ने पहली पारी में 307 रन बनाए और मैच जीत लिया।
ऑस्ट्रेलिया में पहली टेस्ट सीरीज़ जीत
2018 में, विराट कोहली की अगुवाई में भारत ने ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया। भारत ने सीरीज़ जीतकर 71 सालों में पहली बार ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज़ जीती। इसमें पुजारा के योगदान को कोई नहीं भूल सकता। इस दौरे पर, पुजारा ने एडिलेड टेस्ट में 246 गेंदों पर 123 रन बनाए। भारत ने शुरुआती दो विकेट जल्दी गंवा दिए। हालाँकि, पुजारा क्रीज़ पर डटे रहे। उनकी इस पारी ने भारत को पहली पारी में 250 रनों तक पहुँचाया। भारत ने यह मैच 31 रनों से जीत लिया।
ऑस्ट्रेलिया दौरे (2021) में महत्वपूर्ण पारियाँ
ऑस्ट्रेलिया गई टीम मुश्किल में थी। अगर भारत सिडनी में खेला गया टेस्ट मैच हार जाता, तो सीरीज़ जीतना मुश्किल हो जाता। इस मैच में चेतेश्वर पुजारा ने 202 गेंदों पर 77 रन बनाए। उनकी संयमित बल्लेबाजी ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को थका दिया और भारत को 407 रनों तक पहुँचाया। इस पारी ने मैच को ड्रॉ कराने में अहम भूमिका निभाई, जिससे सीरीज़ में भारत की उम्मीदें ज़िंदा रहीं। इसके बाद, पुजारा ने ब्रिस्बेन टेस्ट मैच में भी अर्धशतक जमाया और भारत को मैच और सीरीज़ जिताने में अहम भूमिका निभाई।
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