
Up Kiran, Digital Desk: उत्तराखंड के चमोली जिले में बादल फटने से हुई तबाही के बाद मातम पसरा हुआ है। बचाव अभियान के दौरान आज 5 और शव बरामद किए गए हैं, जिससे इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 7 हो गई है। अभी भी 3 लापता लोगों की तलाश मलबे में की जा रही है, जिनके जिंदा बचने की उम्मीदें समय के साथ धूमिल होती जा रही हैं।
क्या हुआ था उस रात:यह दर्दनाक हादसा रविवार रात को चमोली के जुम्मा गांव में हुआ था, जब भारी बारिश के बाद बादल फट गया था। इस आपदा की चपेट में सीमा सड़क संगठन (BRO) के लिए काम कर रहे 10 मजदूर आ गए थे, जो पास में ही अपने टेंट में सो रहे थे। ये सभी मजदूर झारखंड के गिरीडीह जिले के रहने वाले थे, जो रोजी-रोटी कमाने के लिए अपने घर से सैकड़ों किलोमीटर दूर आए थे।
जारी है बचाव और खोज का काम
हादसे की सूचना मिलते ही राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की टीमें तुरंत मौके पर पहुंच गईं थीं। अब तक चले बचाव अभियान में कुल 7 मजदूरों के शव मलबे से निकाले जा चुके हैं। पहले 2 शव मिले थे और आज 5 और शव बरामद हुए।
अधिकारियों का कहना है कि बाकी 3 लापता मजदूरों को खोजने के लिए ऑपरेशन अभी भी जारी है। हालांकि, जिस तरह से मलबा आया है, उसमें किसी के जिंदा बचने की संभावना बहुत कम है। इस घटना ने एक बार फिर पहाड़ी इलाकों में काम करने वाले मजदूरों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।