img

Up Kiran, Digital Desk: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम में एक बार फिर एक दुखद हादसा हुआ है। इस बार गढ़ा गांव के एक धर्मशाला में सो रहे श्रद्धालुओं पर अचानक दीवार गिरने से एक महिला की मौत हो गई, जबकि 12 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतक महिला अनीता देवी उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले की रहने वाली थीं।

गुरु दीक्षा के बाद आई मौत की आंधी
अनीता देवी ने सोमवार रात 10 बजे बागेश्वर धाम के प्रसिद्ध संत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से गुरु दीक्षा ली थी। मंगलवार सुबह 4 बजे जब श्रद्धालु गहरी नींद में थे, तभी धर्मशाला की दीवार अचानक गिर पड़ी और कई लोग इसकी चपेट में आ गए। अनीता देवी भी मलबे में दब गईं और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। यह हादसा उनकी पूरी परिवार के लिए एक शॉक था, क्योंकि वह अपनी बेटी अंशिका और अन्य परिवार के सदस्यों के साथ बागेश्वर धाम दीक्षा लेने आई थीं।

हादसे का मंजर: "बड़ी मां" की मौत की कहानी
मृतका की भतीजी ने घटना की गंभीरता बताते हुए कहा, "बड़ी मां ने रात 10 बजे गुरुजी से दीक्षा ली थी और फिर हम सभी धर्मशाला में सोने के लिए गए थे। वहां हमने 100 रुपये में बिस्तर लिया था। सुबह 4 बजे अचानक दीवार गिरी और हम सब उसके नीचे दब गए। बड़ी मां मलबे में दबकर वहीं दम तोड़ गई।" इस दुखद घटना ने उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया।

अंशिका का दिल तोड़ा: "मां अब नहीं रही"
अनीता देवी की बेटी अंशिका का रो-रोकर बुरा हाल है। उसे विश्वास ही नहीं हो रहा कि उसकी मां, जो कल तक उसके साथ थी, अब इस दुनिया में नहीं रही। उसका दर्द शब्दों से बाहर है, क्योंकि उसकी मां के साथ बागेश्वर धाम में एक नया अध्याय शुरू करने की उम्मीद थी, लेकिन यह हादसा उसकी जिंदगी की सबसे कड़ी सच्चाई बन गया।

दूसरी बार बागेश्वर धाम में हादसा, श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा एक सप्ताह में बागेश्वर धाम का दूसरा बड़ा हादसा है। इससे पहले एक पंडाल गिरने से भी एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और 10 लोग घायल हुए थे। इस बार फिर दीवार गिरने से श्रद्धालुओं की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए। घायलों में से चार की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए दूसरे अस्पताल में भेजा गया है।

--Advertisement--