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Up Kiran, Digital Desk: लुधियाना में आम आदमी पार्टी के नेता गगनदीप सिंह उर्फ ​​एप्पल द्वारा एक बहुत बड़ी करतूत का मामला सामने आया है। दरअसल, नकली पुलिस अधिकारी बनकर यह युवक अपने साथियों के साथ दूसरे राज्य में जाकर तीन लोगों को साइबर धोखाधड़ी के आरोप में पंजाब ले आया और उनका अपहरण कर उनसे लाखों रुपये ठग लिए। इतना ही नहीं, इस पूरी करतूत में आम आदमी पार्टी नेता के साथ दो असली पुलिसकर्मी भी शामिल थे, जो पंजाब पुलिस का ही एक कर्मचारी है, जिसमें से एक एएसआई और दूसरा हेड कांस्टेबल है। इस पूरे मामले का खुलासा होने के बाद पूरे महकमे में हड़कंप मच गया है।

मामले में दो पुलिसकर्मी भी शामिल

प्राप्त जानकारी के अनुसार, पुलिस ने आम आदमी पार्टी नेता और दो पुलिसकर्मियों समेत छह आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह मामला खन्ना में दर्ज किया गया है। गगनदीप सिंह उर्फ ​​एप्पल दक्षिण से विधायक राजिंदर पाल कौर छीना का करीबी है।

इनकी पहचान

बता दें कि आरोपियों की पहचान आम आदमी पार्टी के नेता गगनदीप सिंह उर्फ ​​एप्पल निवासी जुझार नगर शिमलापुरी, एएसआई कुलदीप सिंह, हेड कांस्टेबल बलविंदर सिंह, करणदीप सिंह, मनी और एक अज्ञात व्यक्ति के रूप में हुई है।

पूरा मामला जानें

पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के अनुसार, थर्ड आईआरबी में तैनात हेड कांस्टेबल बलविंदर सिंह ने खन्ना पुलिस के एसआई को साइबर ठगी की एक बड़ी घटना के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि दिल्ली में एक कॉल सेंटर चल रहा है जो पंजाब के अलग-अलग शहरों में लोगों से ठगी करता है। इन पर छापा मारने से बहुत बड़ी ठगी का खुलासा हो सकता है। लेकिन एसआई ने उन्हें सबूत लाने को कहा। इसके बाद एसआई किसी काम से साइबर क्राइम थाने गए तो उन्होंने देखा कि थाने के किचन में कई लोग मौजूद थे। इनमें एएसआई कुलदीप सिंह, हवलदार बलविंदर सिंह और एक अज्ञात पुलिस अधिकारी थे और उनके साथ तीन निजी व्यक्ति भी थे जिनके नाम गगनदीप सिंह उर्फ ​​गगन उर्फ ​​एप्पल, करणदीप सिंह और मनी थे। उनके साथ तरुण अग्रवाल, होरत शाह और बुराई राज नाम के तीन व्यक्ति भी मौजूद थे।

पंजाब में झूठा मामला दर्ज

पूछताछ करने पर, पुलिसकर्मियों ने एसआई को बताया कि हम इन लोगों को दिल्ली और नोएडा से लाए हैं। ये तीनों साइबर धोखाधड़ी करते हैं। लेकिन जब पुलिस ने मामले की जाँच की, तो पता चला कि जिन तीनों को जालसाज़ बताया जा रहा था, उन्हें बाकी सभी आरोपियों ने अगवा कर लिया था और उनसे पैसे की माँग की गई थी। इस दौरान तीनों में से एक से 990 अमेरिकी डॉलर, दूसरे से 3650 अमेरिकी डॉलर और मैजिक पिन ऐप से 1 लाख रुपये के गिफ्ट कार्ड लिए गए थे।

इसके बाद सभी आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। हालाँकि, मामला हाई-प्रोफाइल होने के कारण, पुलिस ने मामले को दबाने की पूरी कोशिश की ताकि इसका पर्दाफाश न हो सके।