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Up Kiran, Digital Desk: प्यार अक्सर नियमों को पार कर जाता है उम्र, जाति, धर्मये सब चौकियों पर पीछे रह जाते हैं। ऐसा ही कुछ आया सामने बिहार के भोजपुर से जहाँ दो किशोरियों ने समाज की आवाज़ को अनसुना करते हुए प्रेम विवाह कर लिया।

ये कहानी है आरती* (18 वर्ष) और ज्योति* (15 वर्ष) की जो तीन साल से एक-दूसरे से गहराई से जुड़ी थीं। दोनों अकेले मोहल्ले में साथ बड़े हुए, और फिर प्यार ने एक नया रूप लिया।

राजकोट के मंदिर में अचानक ‘हां’

आरती-ज्योति के घरवालों को शुरुआत में यह एक साधारण दोस्ती ही लग रही थी, मगर सच तब उभर कर सामने आया जब दोनों घर से गायब हो गईं। गुजरात के राजकोट में एक मंदिर में उन्होंने अपने रिश्ते को एक पवित्र रूप दिया एक प्रेम विवाह की रस्म निभाई।

आरती ने निभा ली ‘पति’ की भूमिका

शादी के बाद आरती ने खुद को पति के तौर पर प्रस्तुत किया सिंदूर लगाया, बाल कटवाए और पुरुष की तरह वेश-भूषा अपनाई। इस दौरान वे दोनों दिल्ली आ गईं, जहाँ किसी रिश्तेदार के घर रुकने लगीं।

परिवार का पता चल गया वॉट्सएप ऑडियो से

आरती ने एक ऑडियो मैसेज भेजा, जिसमें उन्होंने साफ कहा कि हम अपनी मर्जी से निकल पड़ी हैं। हमें तलाशने की कोशिश न करें, कहीं कुछ हुआ तो हमारे घरवाले जिम्मेदार होंगे। इस संदेश के बाद परिजन दिल्ली पहुंचे।

जबरदस्त घर वापसी और काउंसलिंग

दिल्ली में दोनों लड़कियों ने साफ कहा कि उन्हें एक-दूसरे से प्रेम है और साथ रहना चाहती हैं। मगर परिवार ने उन्हें वापस भोजपुर ले जाने को प्राथमिकता दी। वहाँ नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई, जिससे चाइल्ड लाइन सक्रिय हुई और काउंसलिंग शुरू हुई।

एक राजस्व अधिकारी और सोशल वर्कर की मौजूदगी में काउंसलिंग हुई और अंततः निर्णय लिया गया कि दोनों को अपने-अपने परिवार के पास ही रहना होगा। आरती ने यह भी कहा कि अगर मुझे जबरदस्ती अलग किया गया, तो मैं ज़हर खा लूंगी। 24 जून को फिर से काउंसलिंग हुई, जिसमें यही समझौता दोबारा दोहराया गया।

ऋणात्मक बयान और परिवार की नाराज़गी

ज्योति की मां ने आरोप लगाया कि आरती पहले भी लड़कियों को भगाने जैसी हरकत कर चुकी है और उसका व्यवहार ठीक नहीं है। परिवार को डर है कि इस तरह की संबंध मामले भविष्य में भी सिर उठा सकते हैं।

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