
Up Kiran, Digital Desk: अडानी यूनिवर्सिटी ने अपने महत्वाकांक्षी कार्यक्रम 'नवदीक्षा 2025' के साथ इंडस्ट्री के लिए तैयार छात्रों के एक नए बैच का स्वागत किया है। यह पहल शिक्षा और उद्योग की जरूरतों के बीच की खाई को पाटने और ऐसे पेशेवरों को तैयार करने पर केंद्रित है जो सीधे रोजगार योग्य हों और बदलते औद्योगिक परिदृश्य में योगदान दे सकें।
क्या है 'नवदीक्षा 2025'? नवदीक्षा' का शाब्दिक अर्थ है 'नया ज्ञान' या 'नई शुरुआत'। यह कार्यक्रम अडानी यूनिवर्सिटी का एक विशेष ओरिएंटेशन और इंडक्शन प्रोग्राम है जिसे छात्रों को उद्योग की वास्तविक दुनिया के लिए तैयार करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसका उद्देश्य केवल सैद्धांतिक ज्ञान प्रदान करना नहीं है, बल्कि छात्रों को व्यावहारिक कौशल, समस्या-समाधान की क्षमता और उद्यमी मानसिकता से लैस करना है।
कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं:
इंडस्ट्री-रिलेवेंट करिकुलम: पाठ्यक्रम को उद्योग विशेषज्ञों और शिक्षाविदों के साथ मिलकर डिज़ाइन किया गया है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि छात्र नवीनतम तकनीकों और औद्योगिक प्रथाओं से परिचित हों।
व्यावहारिक प्रशिक्षण: सैद्धांतिक कक्षाओं के अलावा, कार्यक्रम में इंटर्नशिप, लाइव प्रोजेक्ट्स, कार्यशालाएं और औद्योगिक दौरे शामिल होंगे ताकि छात्रों को वास्तविक दुनिया का अनुभव मिल सके।
इनोवेशन और एंटरप्रेन्योरशिप: छात्रों को नवाचार और उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, ताकि वे केवल नौकरी खोजने वाले नहीं, बल्कि नौकरी पैदा करने वाले बन सकें।
नेतृत्व कौशल का विकास: सॉफ्ट स्किल्स, संचार कौशल और नेतृत्व गुणों को निखारने पर भी ध्यान दिया जाएगा, जो आज के कॉर्पोरेट जगत में बेहद महत्वपूर्ण हैं।
विशेषज्ञों का मार्गदर्शन: छात्रों को उद्योग के अनुभवी पेशेवरों और अडानी समूह के लीडर्स से सीधे सीखने का अवसर मिलेगा।
अडानी यूनिवर्सिटी का 'नवदीक्षा 2025' कार्यक्रम दर्शाता है कि विश्वविद्यालय शिक्षा को रोजगारोन्मुखी बनाने और छात्रों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करने के प्रति कितना गंभीर है। यह पहल न केवल अडानी समूह के लिए प्रतिभाशाली कार्यबल तैयार करेगी, बल्कि देश के समग्र कौशल विकास और आर्थिक प्रगति में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी।
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