Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कल आम बजट पेश करेंगी. बजट में किसानों और कृषि क्षेत्र को बड़ा तोहफा मिल सकता है. इस बीच आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के कृषि क्षेत्र को व्यापक सुधारों की जरूरत है. सर्वेक्षण में उन संरचनात्मक मुद्दों का उल्लेख किया गया है जो देश की समग्र आर्थिक वृद्धि में बाधा डाल रहे हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश की. इसमें कृषि क्षेत्र के सामने आने वाली कई बड़ी चुनौतियां सामने आई हैं। इनमें खाद्य मुद्रास्फीति का प्रबंधन करते हुए विकास को बनाए रखने, मूल्य खोज तंत्र में सुधार और भूमि विखंडन के मुद्दों का समाधान करने की जरुरत शामिल है। इससे संकेत मिल रहे हैं कि बजट में किसानों को कई रियायतें मिल सकती हैं. वित्त मंत्री किसानों की हालत सुधारने के लिए कई सौगातों का ऐलान कर सकती हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के विकास पथ में अपनी केंद्रीय भूमिका के बावजूद, कृषि क्षेत्र संरचनात्मक चुनौतियों का सामना कर रहा है जो देश की आर्थिक वृद्धि को प्रभावित कर सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, नीति निर्माताओं को किसानों को उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करने और खाद्य कीमतों को स्वीकार्य सीमा के भीतर रखने के बीच सही संतुलन बनाने की जरूरत है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस दोहरे मकसद के लिए सावधानीपूर्वक नीतिगत हस्तक्षेप की जरुरत है। मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) वी. अनंत नागेश्वरन ने यह रिपोर्ट तैयार की है. हाइलाइट किए गए अन्य प्रमुख मुद्दों में छिपी हुई बेरोजगारी को कम करना, फसल विविधीकरण बढ़ाना और क्षेत्र में समग्र दक्षता बढ़ाना शामिल है।
रिपोर्ट इन चुनौतियों से निपटने के लिए बहु-आयामी दृष्टिकोण अपनाने का सुझाव देती है। प्रमुख सुझावों में कृषि प्रौद्योगिकी का उन्नयन, कृषि पद्धतियों में आधुनिक कौशल का उपयोग, कृषि विपणन के अवसरों को बढ़ाना, कीमतों को स्थिर करना, कृषि में नवाचारों को अपनाना, उर्वरकों, पानी और अन्य आदानों की बर्बादी को कम करना और कृषि-उद्योग संबंधों में सुधार करना शामिल है।
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