
Up Kiran, Digital Desk: 7 मई की रात भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण रात के तौर पर दर्ज हो गई है। भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले का कड़ा जवाब देते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में देर रात जवाबी कार्रवाई की है, जिसमें 9 आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया गया है। इस ऑपरेशन की जानकारी सबसे पहले भारतीय सेना ने दी, जिसके बाद गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय ने भी इसकी पुष्टि की।
इस बड़ी कार्रवाई पर अब लगातार राजनीतिक प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। देश के तमाम बड़े नेता भारत की इस जवाबी कार्रवाई की सराहना कर रहे हैं, और इस मौके पर पूरा देश एकजुट नजर आ रहा है। खास बात यह है कि विपक्ष भी बिना किसी सवाल के सरकार के इस कदम का समर्थन कर रहा है। इसी क्रम में, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी 'ऑपरेशन सिंदूर' पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है।
अखिलेश यादव ने क्या कहा?
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर अपनी प्रतिक्रिया 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पोस्ट के जरिए साझा की। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर अखिलेश ने संस्कृत में लिखा, "पराक्रमो विजयते।" (अर्थात् पराक्रम की ही विजय होती है)।
इससे पहले भी अखिलेश यादव ने अपने समर्थकों और देशवासियों से अपील की थी कि इस संवेदनशील मामले पर सरकार के साथ खड़े रहें और उनके फैसलों का सहयोग करें। उनकी यह अपील पिछले दिनों काफी चर्चा में रही थी। अखिलेश यादव ऐसे राष्ट्रीय महत्व के मौकों पर हमेशा देश के साथ खड़े रहे हैं, और इस बार भी उनका रुख वैसा ही है।
कब हुआ हमला?
आपको बता दें कि मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात लगभग 1:44 बजे रक्षा मंत्रालय की ओर से यह जानकारी दी गई कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पर हमला किया, जिसमें 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया और उन्हें पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया। इस हमले में मारे गए आतंकियों की सटीक संख्या अभी घोषित नहीं की गई है। भारतीय सेना सुबह 10 बजे इस विषय पर मीडिया को संबोधित करेगी, जिसमें कई बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।
भारत की ओर से की गई यह कार्रवाई पूरी तरह केंद्रित, नपी-तुली और संयमित रही है। किसी भी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारत ने लक्ष्यों के चयन और हमले को अंजाम देने के तरीके में बहुत संयम दिखाया है। मंत्रालय के अनुसार, यह कदम पहलगाम में हुए "बर्बर" आतंकवादी हमले के जवाब में उठाया गया है, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक मारे गए थे।
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