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अक्षय तृतीया, जिसे अख्ती भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में एक अत्यंत शुभ और फलदायक दिन माना जाता है। इस दिन किसी भी नए कार्य की शुरुआत, निवेश, या लाइब्रेरी लाइब्रेरी की खरीदारी के लिए बहुत सारी परेशानियां होती हैं। वर्ष 2025 में यह पर्व तिथि 30 अप्रैल को है। इस दिन बिना किसी पुजारी के कोई भी कार्य शुरू किया जा सकता है क्योंकि इस दिन स्वयं में अत्यंत मंगलकारी होता है।
अक्षय तृतीया के दिन स्वर्ण-अवलंब की परंपरा तो पारंपरिक ही है, लेकिन यदि आप इस दिन अपनी जन्मतिथि के आधार पर सही मौलिक सिद्धांतों को जानते हैं, तो यह आपके जीवन में सालभर समृद्धि, सौभाग्य और शांति का संचार करता है। जानें कि किस मूलांकधारक को क्या खरीदना चाहिए।
मूलांक के अनुसार अक्षय तृतीया पर उल्लेखनीय अवशेष
मूलांक 1 (जिनका जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19 या 28 तारीख को हुआ हो)
स्वामी ग्रह: सूर्य
हाथ: सामान, गुड़, ताबीज, और सोना
इन व्यापारियों की दुकान आपके सामान को बढ़ावा देती है और जीवन में ऊर्जा एवं नेतृत्व शक्ति का संचार करती है।
मूलांक 2 (जन्म तिथि: 2, 11, 20, 29)
स्वामी ग्रह: चंद्रमा
चावल: चावल, सफ़ेद मिठाई, सफ़ेद वस्त्र
चंद्रमा से जुड़े हुए सिद्धांत मन की शांति, स्थिरता और परिवार के सदस्यों की पुष्टि करते हैं।
मूलांक 3 (जन्म तिथि: 3, 12, 21, 30)
स्वामी ग्रह: बृहस्पति
अंश: पीले खाद्य पदार्थ (हल्दी, चने की दाल), धार्मिक पुस्तकें
धार्मिक धार्मिक और पशु खाद्य पदार्थ आपके सामग्री उत्कृष्ट और आध्यात्मिक सांस्कृतिक में सहायक होते हैं।
मूलांक 4 (जन्म तिथि: 4, 13, 22, 31)
स्वामी ग्रह: राहु
वज़ह: उड़द दाल, नारियल
राहु से जुड़े हुए परमाणु ऊर्जा से रक्षा करते हैं और निर्णय क्षमता को मजबूत बनाते हैं।
मूलांक 5 (जन्मतिथि: 5, 14, 23)
स्वामी ग्रह: बुध
संबद्धता: हरे खाद्य पदार्थ, औषधि, तुलसी
यह व्यापार संचार कौशल को बढ़ावा देता है और व्यावसायिक प्रतिभा को निखारता है।
मूलांक 6 (जन्म तिथि: 6, 15, 24)
स्वामी ग्रह: शुक्र
उद्देश्य: मिश्री, चीनी, चाँदी
ये आपके जीवन में भोग-विलास, सौंदर्य और प्रेम का बेहतरीन प्रदर्शन हैं।
मूलांक 7 (जन्म तिथि: 7, 16, 25)
स्वामी ग्रह: केतु
उद्देश्य: केला, धार्मिक पुस्तकें
यह आपकी आंतरिक शांति और आत्मिक विकास में सहायक है।
मूलांक 8 (जन्म तिथि: 8, 17, 26)
स्वामी ग्रह: शनि
अवतरण: तिल, लोहे की मूर्ति, उड़द
शनि से संबंधित आपके कार्य में स्थिरता और अचल संपत्ति हैं।
मूलांक 9 (जन्मतिथि: 9, 18, 27)
स्वामी ग्रह: मंगल
प्रभाव: मिट्टी से बने पोएशियन, दो की गहराई
मंगल से जुड़ी सामग्री ऊर्जा, साहस और आत्मबल में वृद्धि होती है।
अक्षय तृतीया पर खरीदारी क्यों खास है?
इस दिन कोई भी शुभ कार्य "अक्षय" नहीं हुआ अर्थात कभी विनाश न होने वाला फल देता है।
पारंपरिक सिद्धांत यह है कि इस दिन सोने की खरीदारी से लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
ज्योतिषीय रूप से, यह दिन सूर्य और चंद्रमा के बलवान रहने के कारण अत्यधिक शुभ होता है।