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Up Kiran, Digital Desk: हिमाचल के पहाड़ी इलाकों में पिछले कई दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण हिमाचल के पहाड़ी इलाकों की नदियां बरसाती पानी से लबालब भरी हुई हैं, लेकिन हिमाचल के पहाड़ी इलाकों का बरसाती पानी दो भागों में बंटा हुआ है, एक ब्यास नदी और दूसरी सतलुज।

भाखड़ा बांध को लेकर फिलहाल डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि बीबीएमबी पहले पीछे से आने वाले पानी को स्टोर करेगा, अगर फिर भी पानी जमा होता है या और पानी आने की संभावना है तो बीबीएमबी भाखड़ा बांध के फ्लड गेटों से कुछ प्रतिशत पानी छोड़ सकता है, लेकिन अभी तक ऐसी कोई स्थिति नजर नहीं आ रही है।

आज सुबह 6:00 बजे दर्ज आंकड़ों के अनुसार भाखड़ा बांध का जलस्तर 1576.03 फीट है जो अभी भी खतरे के निशान से करीब 100 फीट नीचे है। भाखड़ा बांध का आखिरी स्तर 1680 फीट है। अगर भाखड़ा बांध की गोविंद सागर झील में पानी के बहाव की बात करें तो आज 44534 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया है।

भाखड़ा बांध से टर्बाइनों के माध्यम से 21025 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, जिसे आगे नंगल बांध में एकत्र किया जाता है और नंगल बांध से 10150 क्यूसेक पानी आनंदपुर साहिब आइडल नहर में छोड़ा जा रहा है। बीबीएमबी की नंगल हाइडल नहर में 12350 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इस नंगल हाइडल नहर से बीबीएमबी के साझेदार राज्यों की मांग के अनुसार पानी छोड़ा जा रहा है। अगर सतलुज नदी की बात करें तो आज सतलुज नदी में मात्र 650 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।

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