Job After Graduation: ग्रेजुएशन के बाद अक्सर लोगों को इस बात की चिंता रहती है कि वे कहां पढ़ाई करें ताकि प्लेसमेंट के जरिए उन्हें अच्छी नौकरी मिल सके। मगर अच्छी सैलरी और प्लेसमेंट की चाहत रखने वाले ज्यादातर लोग आईआईएम में पढ़ाई करने का सपना देखते हैं। इसके लिए आपको कैट परीक्षा पास करने के साथ-साथ अच्छा स्कोर भी करना होगा।
अगर आप इसमें अच्छा स्कोर नहीं कर पाते हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। हम आपको एक ऐसे एमबीए कॉलेज के बारे में बताने जा रहे हैं जहां कैट एग्जाम की जरूरत नहीं होती। साथ ही यहां से पढ़ाई करने वालों को 100 फीसदी नौकरी मिलती है। हम जिस कॉलेज की बात कर रहे हैं उसका नाम इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ कोऑपरेटिव मैनेजमेंट (IGICM) है।
क्या है आईजीआईसीएम
इंदिरा गांधी सहकारी प्रबंधन संस्थान, लखनऊ (आईजीआईसीएम) की स्थापना 1956 में हुई थी और यह राज्य के प्रमुख प्रबंधन संस्थानों में से एक है। ये संस्थान राष्ट्रीय सहकारी प्रशिक्षण परिषद (एनसीसीटी), नई दिल्ली के अधीन काम करता है, जो भारत सरकार के सहकारिता मंत्रालय द्वारा प्रवर्तित एक स्वायत्त निकाय है।
इस बुनियादी ढांचे का मुख्य उद्देश्य सहकारी संगठनों को प्रभावी प्रशिक्षण, अनुसंधान और परामर्श सेवाएं प्रदान करके भारत में सहकारी आंदोलन को सशक्त बनाना है। एनसीसीटी सहकारी क्षेत्र में सैद्धांतिक और व्यावहारिक अनुभव के साथ मानव संसाधन प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए कई पाठ्यक्रम है। इनमें डिप्लोमा इन इंडस्ट्रियल कोऑपरेटिव मैनेजमेंट (26 सप्ताह), हायर डिप्लोमा इन कोऑपरेटिव मैनेजमेंट (26 सप्ताह) और डिप्लोमा इन हैंडलूम कोऑपरेटिव मैनेजमेंट (12 सप्ताह) जैसे कार्यक्रम शामिल हैं।
ऐसे मिलता है एडमिशन
उत्तर प्रदेश में शैक्षणिक वर्ष 2022-23 से डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) या अन्य विश्वविद्यालयों से संबद्ध कॉलेजों में एमबीए पाठ्यक्रमों में प्रवेश राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित CUET PG/CMAT के माध्यम से किया जाता है। इसमें उम्मीदवारों द्वारा प्राप्त CUET PG या CMAT स्कोर का उपयोग किया जाता है।
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