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Up Kiran, Digital Desk: हर साल 14 सितंबर को हम हिंदी दिवस मनाते हैं, लेकिन यह सिर्फ एक दिन का जश्न नहीं, बल्कि उस भाषा को सम्मान देने का मौका है जो हमारे देश की पहचान का एक बड़ा हिस्सा है। इसी मौके पर, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद बंदी संजय कुमार ने हिंदी भाषा के महत्व पर कुछ ऐसी बातें कहीं जो हम सभी को सोचने पर मजबूर करती हैं।

'एक राष्ट्र, एक भाषा' का सपना: बंदी संजय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के उस सपने का भी जिक्र किया, जिसमें वे चाहते हैं कि देश में सभी सरकारी कामकाज हिंदी में हों। उनका मानना है कि जब देश में एक भाषा में काम होगा, तो शासन और प्रशासन को समझना आम आदमी के लिए और भी आसान हो जाएगा।

उन्होंने अपनी बात पर जोर देते हुए कहा, "हमें हिंदी को राष्ट्रीय एकता की भाषा बनाना होगा। जब पूरा देश एक भाषा में बात करेगा और सोचेगा, तो हमारी एकता और भी मजबूत होगी।"

क्यों है हिंदी इतनी ज़रूरी: संजय कुमार ने याद दिलाया कि हिंदी ने हमारे स्वतंत्रता संग्राम में एक बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी। उस समय भी अलग-अलग राज्यों के नेताओं ने हिंदी को ही  (communication) का माध्यम बनाया था और पूरे देश को आज़ादी के लिए एकजुट किया था।

आज के दौर में भी, चाहे आप देश के किसी भी कोने में चले जाएं, हिंदी आपको लोगों से जुड़ने में मदद करती है। यह सिर्फ फिल्मों या गानों की भाषा नहीं है, बल्कि यह वह भाषा है जिसमें भारत की आत्मा बसती है।

उनका यह संदेश साफ है: अपनी स्थानीय भाषा का सम्मान करें, लेकिन देश को एक सूत्र में पिरोने के लिए हिंदी को भी दिल से अपनाएं।