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Up Kiran, Digital Desk: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को एक बड़ा ऐलान किया। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ और उत्तरी बस्तर क्षेत्र, जो पहले नक्सली गतिविधियों का गढ़ थे, अब पूरी तरह से नक्सल आतंक से मुक्त घोषित किए गए हैं। इस ऐतिहासिक सफलता का श्रेय 170 नक्सलियों के हालिया आत्मसमर्पण को दिया गया है।
शाह ने इसे वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मोड़ बताया। उन्होंने कहा कि आत्मसमर्पण की लहर पूरे छत्तीसगढ़ में फैल रही है। सिर्फ कल ही 27 और नक्सलियों ने हथियार डाल दिए थे।
उन्होंने कहा, "छत्तीसगढ़ में 170 नक्सलियों ने आज आत्मसमर्पण किया है। मैं उनके इस हिंसा छोड़ने और भारत के संविधान में विश्वास रखने के फैसले की सराहना करता हूं।"
गृह मंत्री ने विस्तार से बताया कि जनवरी 2024 से, जब से भाजपा सरकार छत्तीसगढ़ में सत्ता में आई है, तब से कुल 2,100 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इसके अलावा, 1,785 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया और 477 को मार गिराया गया है। ये आंकड़े सरकार के नक्सलवाद को 31 मार्च 2026 तक पूरी तरह खत्म करने के लक्ष्य को दर्शाते हैं।
अमित शाह ने बाकी नक्सलियों से भी अपील की कि वे हथियार डाल दें। उन्होंने दोहरी नीति पर जोर दिया—जो आत्मसमर्पण करेंगे उनका स्वागत किया जाएगा, जबकि हिंसा जारी रखने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि अब दक्षिण बस्तर में नक्सलवाद के केवल निशान ही बचे हैं। सुरक्षा बल जल्द ही इस समस्या को पूरी तरह समाप्त कर देंगे।