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मेरठ के रिठानी क्षेत्र में एक शिक्षित परिवार में घटी रहस्यमयी घटना से पूरा गांव दहशत में है। ग्रामीणों का कहना है कि किसी ने ओमप्रकाश के परिवार पर जादू-टोना कर दिया, जिससे उनका खुशहाल परिवार बर्बाद हो गया। परिवार के सदस्य अपना दिमागी संतुलन खो चुके हैं और अब सड़कों पर भटक रहे हैं। ओमप्रकाश के छोटे बेटे अनुज की रविवार को मौत हो गई, जिसके बाद गांव में भय का माहौल पैदा हो गया है।

ओमप्रकाश के बड़े भाई सतीश द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार परिवार के पांच सदस्यों पर काला जादू किया गया है। अनुज की मौत हो गई है और परिवार के अन्य सदस्यों की मानसिक स्थिति खराब हो गई है। ओमप्रकाश के चारों बच्चे पढ़ाई में होशियार थे। बड़ी बेटी पूजा ग्रेजुएशन के बाद आईएएस की तैयारी कर रही थी, जबकि छोटी बेटी प्रीति बीएससी कर रही थी। बेटा अजय मिस्टर यूपी है और जिम ट्रेनर है, जबकि छोटा बेटा अनुज ग्रेजुएशन कर रहा था।

अलग-अलग कमरों में बंद है पूरा परिवार

अनुज का अंतिम संस्कार रविवार शाम मेरठ में किया गया। अंतिम संस्कार के बाद टिल्लू, अजय, पूजा और मां को घर के अलग-अलग कमरों में बंद कर दिया गया ताकि वे खुद को या किसी और को कोई नुकसान न पहुंचा सकें। बताया गया कि चारों की दिमागी हालत ठीक नहीं थी और वे बड़बड़ा रहे थे।

कब्रिस्तान से लाई गई राख

स्थानीय लोगों के अनुसार ओमप्रकाश का परिवार पंडित का काम करता था। वह अक्सर पास के कब्रिस्तान में जाया करता था। घटना की सुबह घर के पास राख से भरे तीन बैग मिले, जिसके बाद आसपास के लोगों ने उन्हें हटा दिया।  ऐसा कहा जाता है कि परिवार के अन्य सदस्य श्मशान घाट से अस्थियां लेकर आये थे।

इस घटना ने आस-पास के लोगों को झकझोर कर रख दिया है। सभी कहते हैं कि ओमप्रकाश का परिवार सुशिक्षित और बुद्धिमान था। सभी बच्चे अच्छी तरह से पढ़ाई कर रहे थे और भविष्य की तैयारी कर रहे थे। लोग अब इस बात पर आश्चर्य कर रहे हैं कि अचानक ऐसा क्या हुआ जिससे परिवार की स्थिति इतनी खराब हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है और पिछले चार दिनों से परिवार पर नजर रख रही है।