
Up Kiran, Digital Desk: भारतीय क्रिकेट के महान स्पिनर और पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने हाल ही में रवींद्र जडेजा की बल्लेबाजी को लेकर एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। कुंबले का मानना है कि रवींद्र जडेजा को युवा स्पिनर शोएब बशीर के खिलाफ और अधिक आक्रामक रुख अपनाना चाहिए था और 'जोखिम' लेकर तेजी से रन बनाने की कोशिश करनी चाहिए थी।
एक क्रिकेट विश्लेषक के तौर पर कुंबले ने यह बात एक खास मैच स्थिति का जिक्र करते हुए कही। उनका मानना है कि जब जडेजा बल्लेबाजी कर रहे थे, तो उन्हें बशीर जैसे अपेक्षाकृत कम अनुभवी गेंदबाज पर दबाव बनाना चाहिए था। कुंबले ने तर्क दिया कि ऐसे युवा गेंदबाजों के खिलाफ बड़े शॉट खेलने से उन्हें सहज नहीं लगने दिया जा सकता, जिससे मैच का रुख बदल सकता है।
जडेजा अपनी ठोस बल्लेबाजी और स्पिन के खिलाफ अच्छी समझ के लिए जाने जाते हैं। लेकिन कुंबले का विचार है कि कभी-कभी मैच की गति को बदलने और प्रतिद्वंद्वी पर हावी होने के लिए जोखिम लेना आवश्यक हो जाता है। उन्होंने शायद इस बात पर जोर दिया कि बशीर की कम अनुभव का फायदा उठाया जा सकता था ताकि टीम को तेजी से रन बनाने में मदद मिल सके और प्रतिद्वंद्वी पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाया जा सके।
कैसे खेल के दिग्गज खिलाड़ी मैच की बारीकियों और रणनीतियों को कितनी गहराई से समझते हैं। कुंबले का यह विश्लेषण उस पल में लिए गए बल्लेबाजी दृष्टिकोण पर एक अलग परिप्रेक्ष्य प्रस्तुत करता है और बताता है कि कैसे आक्रामक इरादे से खेलने से परिणाम अलग हो सकते थे।
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