
boeing lays off: वित्तीय वर्ष 2025 भारतीय कर्मचारियों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। इससे पहले, टेक क्षेत्र की कई दिग्गज कंपनियों ने बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी की थी। इसमें एप्पल, सैमसंग और फेसबुक जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं। अमेरिकी अर्थव्यवस्था इस समय संकट में है और इसका असर भारत पर पड़ रहा है।
कुछ दिन पहले नारायणमूर्ति की इंफोसिस कंपनी ने भी बड़ी संख्या में नौकरियों में कटौती की थी। उसके बाद एक और अमेरिकी कंपनी ने कर्मचारियों की छंटनी करने का फैसला किया है। विमान निर्माता कंपनी बोइंग ने बेंगलुरु स्थित अपने इंजीनियरिंग प्रौद्योगिकी केंद्र से 180 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है।
बोइंग ने नौकरियों में कटौती का फैसला क्यों लिया
वैश्विक स्तर पर कई चुनौतियों का सामना कर रही बोइंग के भारत में लगभग सात हजार कर्मचारी हैं। भारत कंपनी के लिए एक बड़ा बाजार है। कंपनी की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, बोइंग भारत में 300 से अधिक आपूर्तिकर्ताओं से प्रतिवर्ष लगभग 1.25 बिलियन डॉलर की खरीद करती है। पिछले वर्ष बोइंग ने वैश्विक स्तर पर कंपनी में 10 प्रतिशत कार्यबल कटौती की घोषणा की थी। मामले से परिचित एक सूत्र ने बताया कि नौकरी में कटौती की योजना के तहत बोइंग ने 2024 की दिसंबर तिमाही में बेंगलुरु स्थित अपने बोइंग इंडिया इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी सेंटर से 180 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। इस संबंध में बोइंग की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।