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Up kiran,Digital Desk : दिल्ली वालों के लिए एक बार फिर सुबह की शुरुआत जहरीले धुएं और घुटन के साथ हुई। शहर के आसमान पर स्मॉग की एक मोटी चादर छाई हुई है, जिससे हवा की गुणवत्ता "बहुत खराब" श्रेणी में पहुंच गई है और लोगों के लिए सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़े बताते हैं कि राहत की कोई उम्मीद फिलहाल नहीं है।

दिल्ली के ये इलाके बने ‘गैस चैंबर’

  • आनंद विहार, अक्षरधाम और ITO: इन इलाकों में AQI 354 दर्ज किया गया, जो 'बहुत खराब' की श्रेणी में आता है। यहां स्मॉग इतना घना है कि कुछ दूर देखना भी मुश्किल हो रहा है।
  • इंडिया गेट: यहां स्थिति थोड़ी बेहतर रही, लेकिन AQI 294 के साथ हवा 'खराब' श्रेणी में ही बनी हुई है।
  • NCR का हाल: दिल्ली से सटे शहरों में नोएडा सबसे ज्यादा प्रदूषित रहा, जहां AQI 317 दर्ज किया गया। इसके बाद गाजियाबाद (315) और ग्रेटर नोएडा (290) का नंबर रहा। सिर्फ फरीदाबाद की हवा थोड़ी साफ रही।

किस वजह से घुट रहा है दिल्ली का दम?

हवा की दिशा में मामूली बदलाव से रविवार को प्रदूषण में हल्की कमी तो आई, लेकिन यह ऊंट के मुंह में जीरे के समान साबित हुई। प्रदूषण के लिए सबसे बड़े जिम्मेदार अभी भी वही हैं:

  • गाड़ियों का धुआं: दिल्ली के कुल प्रदूषण में सबसे बड़ी हिस्सेदारी (करीब 17%) वाहनों से निकलने वाले धुएं की है।
  • उद्योग और निर्माण कार्य: इसके अलावा फैक्ट्रियों से निकलने वाला धुआं, सड़कों की धूल और निर्माण कार्यों ने हवा में जहर घोलने का काम किया है।

मौसम विभाग का अनुमान है कि बुधवार तक दिल्ली की हवा "बहुत खराब" श्रेणी में ही बनी रहेगी, जिसका मतलब है कि लोगों को सांस लेने में तकलीफ और आंखों में जलन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

हवा खराब, सियासत गर्म: AAP और BJP में छिड़ी जंग

दिल्ली की हवा जैसे ही जहरीली होती है, यहां की सियासत भी गरमा जाती है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इस मुद्दे पर एक बार फिर आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार को घेरा है। उन्होंने आरोप लगाया कि 15 साल के कांग्रेस और अब केजरीवाल सरकार की लापरवाही का नतीजा है कि दिल्ली की जनता आज साफ पानी और हवा के लिए तरस रही है।

सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने यमुना की सफाई के नाम पर सिर्फ भ्रष्टाचार किया और वायु प्रदूषण को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए। उन्होंने AAP नेता सौरभ भारद्वाज पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें बेवजह की बयानबाजी छोड़कर जनता के हित में काम करना चाहिए, क्योंकि जनता ने हाल ही में हुए उपचुनावों में उन्हें सबक सिखा दिया है।