_1879631100.png)
Up Kiran, Digital Desk: देश की रक्षा नीति और सैनिक कार्यवाही के बदलते दृष्टिकोण पर शनिवार को सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने एक अहम संकेत दिया। उनका कहना था कि हालिया भारत-पाक मुठभेड़ सिर्फ एक सैन्य जवाब नहीं था, बल्कि रणनीति और राजनीतिक स्पष्टता का समन्वय था, जिसने पूरे देश की भावनाओं को झकझोर दिया। उन्होंने इस संघर्ष की तुलना शतरंज की बिसात से की, जहां हर चाल सोच-समझकर चली गई, और कुछ चालों में दुश्मन को "मात" भी दी गई।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ बना देशव्यापी भावना का प्रतीक
आईआईटी मद्रास में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान जनरल द्विवेदी ने बताया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ महज एक सैन्य मिशन नहीं था, बल्कि उसने पूरे देश को एकजुट किया। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन ने जनता को ऐसा आत्मविश्वास दिया, जिससे यह सवाल उठने लगा कि "अब रुके क्यों?" और इस सवाल का उत्तर देश को कार्रवाई के रूप में मिला।
राजनैतिक नेतृत्व की स्पष्टता ने सेना को दी स्वतंत्रता
23 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के ठीक अगले दिन हुई उच्च स्तरीय बैठक का ज़िक्र करते हुए उन्होंने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “अब बहुत हो चुका।” इसके बाद सशस्त्र बलों को पूरी छूट दे दी गई कि हालात के अनुसार फैसला लें और कार्रवाई करें। यह निर्देश देश की राजनीति और सेना के बीच तालमेल की गवाही देता है।
योजनाबद्ध तरीके से चुने गए लक्ष्य
सेना प्रमुख के अनुसार, 25 अप्रैल को सैन्य नेतृत्व ने उत्तरी कमान का दौरा किया, जहां नौ लक्ष्यों में से सात को पूरी तरह ध्वस्त करने की रणनीति तैयार की गई और उसे सटीकता से अंजाम भी दिया गया। 29 अप्रैल को प्रधानमंत्री से पहली बार मुलाकात के दौरान इस पूरे ऑपरेशन की समीक्षा हुई।
पाकिस्तान पर तंज, 'फील्ड मार्शल बन गए, मतलब जीत गए?'
पाकिस्तान द्वारा मुठभेड़ में जीत का दावा किए जाने पर जनरल द्विवेदी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि वहां अगर किसी से पूछो कि हार हुई या जीत, तो जवाब मिलेगा हमारे चीफ को फील्ड मार्शल बना दिया गया है, तो जीत ही गए होंगे। इस टिप्पणी से भारत की ओर से पाकिस्तान को मिले करारे जवाब की झलक मिलती है।
‘ग्रे ज़ोन’ में हुई कार्रवाई, पर असर पारंपरिक से कम नहीं
सेना प्रमुख ने स्पष्ट किया कि यह पूरी कार्रवाई पारंपरिक युद्ध जैसी नहीं थी, बल्कि ‘ग्रे ज़ोन’ की रणनीति अपनाई गई यानी वो क्षेत्र जहां सीधे युद्ध नहीं होता, पर हर कदम एक गहरी रणनीति के तहत उठाया जाता है। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों ने शतरंज जैसी चालें चलीं, लेकिन भारत ने कई मौकों पर निर्णायक जवाब दिए।
--Advertisement--