
एक समय ऐसा भी था जब अमेरिका और ईरान के बीच तनाव अपने चरम पर था। उस समय अमेरिका ने ईरान की कुछ परमाणु (न्यूक्लियर) साइट्स को निशाना बनाया था। इस सैन्य कार्रवाई के दौरान अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खुद व्हाइट हाउस के सिचुएशन रूम में बैठकर पूरे ऑपरेशन पर नज़र रख रहे थे।
हाल ही में सामने आई तस्वीरों में ट्रंप अपने सुरक्षा सलाहकारों और सैन्य अधिकारियों के साथ ऑपरेशन की लाइव जानकारी लेते दिख रहे हैं। यह हमला बेहद गोपनीय तरीके से अंजाम दिया गया था ताकि ईरान की न्यूक्लियर प्रगति को रोका जा सके।
सूत्रों के मुताबिक, अमेरिका को जानकारी मिली थी कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को तेज़ी से आगे बढ़ा रहा है, जिससे वह भविष्य में परमाणु हथियार बना सकता है। इसी वजह से अमेरिका ने यह कदम उठाया।
इस मिशन के दौरान अत्याधुनिक ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया था, ताकि जमीन पर सैनिकों को भेजने की जरूरत न पड़े और जान का जोखिम भी न हो। ट्रंप ने इस पूरे ऑपरेशन की निगरानी खुद की और जैसे ही मिशन सफल हुआ, पूरे कमरे में तालियों की आवाज़ गूंज उठी।
हालांकि, ईरान ने इस हमले की पुष्टि नहीं की थी, लेकिन इसके बाद उसके परमाणु ठिकानों की गतिविधियों में काफी कमी देखी गई थी।
यह घटना उस दौर की याद दिलाती है जब अमेरिका और ईरान के रिश्ते बेहद तनावपूर्ण थे और किसी भी समय युद्ध जैसे हालात बन सकते थे। इस ऑपरेशन को अमेरिकी खुफिया और सैन्य ताकत का बड़ा प्रदर्शन माना जाता है।
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