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Up Kiran, Digital Desk: उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां की दो साल बाद जेल से रिहाई ने जहां उनके समर्थकों में नई ऊर्जा भर दी, वहीं सियासी गलियारों में कई तरह की चर्चाएं भी शुरू हो गईं। मंगलवार को सीतापुर जेल से बाहर आते ही जगह-जगह उनका स्वागत हुआ और बुधवार को उन्होंने मीडिया के सामने अपनी बात रखी।

समर्थकों में उत्साह, लेकिन राजनीतिक सवाल भी गर्म

आजम खां की वापसी से सपा कार्यकर्ता बेहद खुश नजर आए। लेकिन इसके साथ ही उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर सवाल उठने लगे। खासकर यह चर्चा तेज हुई कि क्या वे बहुजन समाज पार्टी के संपर्क में हैं? इस पर उन्होंने साफ अंदाज में कहा, "मैं भले ही भोला हूं, लेकिन इतना भी नहीं कि समझ ना पाऊं।"

उन्होंने यह भी जोड़ा कि जिन मामलों में उन्हें जेल भेजा गया था, उनमें कोई ठोस आधार नहीं था। उन्होंने कहा किअगर आरोप मजबूत होते, तो आज मैं बाहर न होता। मुझे न्यायपालिका से उम्मीद है और एक दिन मेरा नाम साफ होगा

क्या सपा में ही रहेंगे आजम खां?

जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या वे 2027 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनती देख रहे हैं, तो उन्होंने भविष्यवाणी करने से इनकार करते हुए कहा कि वह भविष्य नहीं देख सकते। वहीं सपा से नाराजगी और बसपा में जाने की अटकलों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, "पार्टी छोड़ने का सवाल ही नहीं उठता।"