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कर्नाटक में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की बगावत जारी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कर्नाटक दौरे और बागी नेताओं से वन-टू-वन बातचीत के बावजूद असंतोष थमा नहीं है।

बीते इलेक्शन में बीजेपी ने कर्नाटक की 28 में से 26 सीटें जीती थीं, मगर इस बार बागी और असंतुष्ट बीजेपी नेता कम से कम एक दर्जन सीटों पर बीजेपी का खेल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इस स्थिति को देखते हुए अमित शाह खुद कर्नाटक गए और नाराज नेताओं को मनाने की कोशिश की। अमित शाह ने बेंगलुरु जाकर असंतुष्ट नेताओं से वन-टू-वन चर्चा की। तो वहीं येदियुरप्पा के बेटे राघवेंद्र के खिलाफ इलेक्शन लड़ने की ठान चुके हैं।

संगन्ना कराडी को कोप्पल से टिकट नहीं दिए जाने के बाद उन्होंने भाजपा प्रत्याशी को हराने की कसम खाई है। तुमकुर से भाजपा उम्मीदवार पूर्व मंत्री मधुस्वामी बाहरी उम्मीदवार के तौर पर सोमन्ना का विरोध कर रहे हैं।

बता दें कि बेंगलुरु उत्तर में पूर्व केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा टिकट नहीं मिलने से खफा हैं। मैसूर से प्रताप सिम्हा का टिकट काट दिया गया है। पार्टी पर बी. एस. येदियुरप्पा की पकड़ पहले जैसी नहीं रही।

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