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Up Kiran, Digital Desk: बालोतरा जिले के टापरा गांव में बुधवार रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। यहां एक महिला ने अपने तीन छोटे बच्चों के साथ खेत में बने टांके में कूदकर अपनी जान दे दी। इस घटना से पूरा गांव स्तब्ध है और आसपास के लोग हैरान हैं कि एक मां ने अपने मासूम बच्चों के साथ ऐसा खौफनाक कदम क्यों उठाया।

घटना की जानकारी मिलते ही जसोल थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और स्थानीय ग्रामीणों की मदद से शवों को बाहर निकाला। मृतकों की पहचान ममता (32), उनके दो बेटे नवीन (7), रुगाराम (4) और छह महीने की बेटी मानवी के रूप में हुई है।

परिवार की स्थिति और घटना का समय

डीएसपी नीरज शर्मा ने बताया कि ममता और उनका परिवार पनौतरी नाड़ी के पास स्थित एक खेत में पिछले दस दिनों से रह रहे थे, जहां वे फसल की कटाई में जुटे हुए थे। बुधवार रात करीब 11:30 बजे खाना खाने के बाद सभी सदस्य सोने चले गए थे। उस समय ममता ने बच्चों को लेकर खेत में बने पानी के टांके में कूदने का भयावह कदम उठा लिया।

सुबह की खोज और शवों की बरामदगी

सुबह करीब 7:30 बजे ममता की सास को यह अहसास हुआ कि बहू और बच्चे घर में नहीं हैं। उन्हें तलाश शुरू करने पर टांके के पास ममता की चप्पलें पड़ी मिलीं, जिससे उन्हें शक हुआ। टांके में झांकने पर चारों शव पानी में डूबे हुए दिखाई दिए। इस पर घबराई हुई सास ने तुरंत गांववालों और पुलिस को सूचना दी।

पुलिस और सिविल डिफेंस की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर शवों को बाहर निकाला। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है।

परिवार का आर्थिक और सामाजिक विवरण

ममता के ससुर बालोतरा में एक फैक्ट्री में काम करते हैं, जबकि ममता का पति अणदाराम पटेल बेंगलुरु में एक मेडिकल शॉप चला रहे थे, जिसे उन्होंने लगभग पांच महीने पहले खोला था।

घटना की जानकारी मिलते ही अणदाराम को सूचित किया गया, और वह बेंगलुरु से बालोतरा के लिए रवाना हो गए। पुलिस ने प्रारंभिक जांच में इसे आत्महत्या का मामला माना है, हालांकि वे सभी संभावित कारणों की जांच कर रहे हैं।