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Up kiran,Digital Desk : देखने में बिल्कुल असली, छूने में भी कोई फर्क नहीं... लेकिन यह सब नकली है! दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है, जो बांग्लादेश से 500 रुपये के हूबहू दिखने वाले नकली नोटों की खेप भारत में सप्लाई कर रहा था। दक्षिणी दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने एक के बाद एक कड़ियां जोड़ते हुए 5 सप्लायरों को दबोच लिया है और उनके पास से 6,21,500 रुपये के जाली नोट बरामद किए हैं। यह नेटवर्क इतना बड़ा था कि इसके तार दिल्ली से लेकर पश्चिम बंगाल और बिहार तक फैले हुए थे।

कैसे खुला यह पूरा खेल? एक छोटी सी टिप से हुई शुरुआत

इस पूरे ऑपरेशन की शुरुआत हुई 7 नवंबर को मिली एक छोटी सी खुफिया जानकारी से।

  • पहला मोहरा: पुलिस को खबर मिली कि दिनेश कुमार नाम का एक सप्लायर नकली नोटों की डिलीवरी देने के लिए दिल्ली के पुष्प विहार इलाके में आने वाला है। पुलिस ने जाल बिछाया और उसे धर दबोचा। तलाशी में उसके पास से 10,000 रुपये के नकली नोट मिले। जब उसके घर की तलाशी ली गई, तो 45,000 रुपये और बरामद हुए।

एक के बाद एक, खुलती गईं परतें...

दिनेश से जब सख्ती से पूछताछ हुई, तो उसने एक और नाम उगल दिया।

  • दूसरा सप्लायर: उसने बताया कि वह यह माल वेलकम इलाके में रहने वाले खैरुल इस्लाम से खरीदता है। पुलिस की टीम तुरंत खैरुल के घर पहुंची और उसे भी 66,000 रुपये के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार कर लिया।
  • दिल्ली का 'बिग फिश': खैरुल ने खुलासा किया कि उसने आकाश कुमार नाम के शख्स को 2 लाख रुपये के नकली नोट सप्लाई किए थे। पुलिस ने आकाश को भी नेब सराय से गिरफ्तार किया और उसके पास से 5,00,500 रुपये का जखीरा बरामद हुआ, जो अब तक की सबसे बड़ी खेप थी।

अब बारी थी 'असली खिलाड़ी' की...

खैरुल और आकाश से पूछताछ में जो नाम सामने आया, उसने इस केस के तार सीधे पश्चिम बंगाल के मालदा से जोड़ दिए। यह नाम था नजीम हुसैन उर्फ सद्दाम का, जो इस नेटवर्क का मुख्य डिस्ट्रीब्यूटर था।

दिल्ली पुलिस की एक टीम तुरंत पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हुई और वहां जाल बिछाकर नजीम हुसैन और उसके एक साथी अमीरुल को भी गिरफ्तार कर लिया।

क्या था इन नकली नोटों का 'बिजनेस मॉडल'?

इन दोनों ने जो खुलासा किया, वह चौंकाने वाला था।

  • वे यह नकली नोट बांग्लादेश से smuggled करके भारत लाते थे।
  • 1 लाख रुपये की नकली करेंसी वे सिर्फ 26,000 रुपये में खरीदते थे।
  • फिर इस माल को दिल्ली-NCR, बिहार और दूसरे राज्यों में 30,000 रुपये में बेच देते थे।

यानी, एक लाख के नकली नोटों पर उन्हें सीधा-सीधा 4,000 रुपये का मुनाफा होता था। पुलिस ने इनके पास से 500-500 के कुल 1,244 नकली नोट जब्त किए हैं और अब इन सभी नोटों को जांच के लिए लैब भेज दिया गया है ताकि पता चल सके कि इनकी क्वालिटी कितनी 'उम्दा' थी।