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Up kiran,Digital Desk : ड्रोन बनाने वाली कंपनी द्रोणाचार्य एरियल इनोवेशंस का शेयर, जो कभी निवेशकों के लिए 'उड़ता हुआ रॉकेट' था, अब अर्श से फर्श पर आ गया है। पिछले दो दिनों में इस शेयर में ऐसी तबाही मची है कि निवेशकों के लाखों रुपये डूब गए हैं।

मंगलवार को शेयर खुलते ही 20% टूट गया (लोअर सर्किट) और 36.31 रुपये पर आ गिरा। सोमवार को भी यह 20% टूटा था। यानी, सिर्फ दो कारोबारी दिनों में शेयर 35% से ज्यादा गिर चुका है।

इस भारी तबाही के पीछे कोई बाजार की गिरावट नहीं, बल्कि बाजार के 'पुलिसमैन' यानी SEBI का एक बड़ा और सख्त एक्शन है।

SEBI ने क्यों की यह बड़ी कार्रवाई?

मार्केट रेगुलेटर SEBI ने कंपनी और उसके मालिकों (प्रमोटरों) को कई गंभीर मामलों में दोषी पाया है और उन पर कड़ा शिकंजा कसा है:

  • 2 साल का बैन: SEBI ने द्रोणाचार्य एरियल, उसके प्रमोटरों और कुछ अन्य लोगों को 2 साल के लिए शेयर बाजार से बैन कर दिया है। यानी, वे दो साल तक शेयर खरीद-बेच नहीं सकते।
  • 75 लाख का जुर्माना: इन सभी पर कुल 75 लाख रुपये का भारी जुर्माना भी लगाया गया है।

क्या थे कंपनी के 'गुनाह'?

SEBI की जांच में जो बातें सामने आईं, वे चौंकाने वाली हैं:

  1. IPO के पैसों का गलत इस्तेमाल: कंपनी ने IPO से जो पैसा जुटाया था, उसका गलत इस्तेमाल किया।
  2. वित्तीय जानकारी में हेराफेरी: कंपनी ने अपनी कमाई और खर्चों की झूठी जानकारी पेश की।
  3. कंपनी का फंड कहीं और लगाया: कंपनी का पैसा प्रमोटरों ने अपने निजी कामों के लिए कहीं और लगाया।

इस धोखाधड़ी के लिए कंपनी के MD प्रतीक श्रीवास्तव और CFO निकिता श्रीवास्तव (जो प्रमोटर भी हैं) पर 20-20 लाख का जुर्माना लगाया गया है, जबकि कंपनी पर 10 लाख की पेनल्टी लगी है।

एक वक्त था, जब खरीदने वालों की लगी थी लाइन...

इस खबर से उन निवेशकों को सबसे बड़ा झटका लगा है, जिन्होंने इस कंपनी के IPO पर आंख मूंदकर दांव लगाया था।

  • ब्लॉकबस्टर IPO: दिसंबर 2022 में जब इस कंपनी का IPO आया था, तो यह 243 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब हुआ था। मतलब, एक शेयर के लिए 243 खरीदार लाइन में थे।
  • आम निवेशकों का जुनून: सबसे ज्यादा बोली आम निवेशकों (Retail Investors) ने लगाई थी (330 गुना)।
  • घाटे का सौदा: IPO में यह शेयर 54 रुपये का मिला था। आज इसकी कीमत 36 रुपये पर आ गई है।

जिन निवेशकों ने मुनाफे के बड़े-बड़े सपने देखकर इस 'उड़ते हुए ड्रोन' पर पैसा लगाया था, उनकी उम्मीदें अब गहरे घाटे में बदल गई हैं।