
Up Kiran, Digital Desk: बेंगलुरु के उन लाखों लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है, जो बेसब्री से येलो लाइन मेट्रो के शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। इस लाइन पर मेट्रो दौड़ाने के लिए पांचवां जरूरी ट्रेन सेट भी बेंगलुरु पहुंच गया है, जिससे अब इसके अक्टूबर के मध्य तक चालू होने की उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं।
यह नई ट्रेन तमिलनाडु के श्री सिटी में फ्रांसीसी कंपनी एल्सटॉम (Alstom) द्वारा बनाई गई थी और इसे सड़क के रास्ते बेंगलुरु लाया गया है। इसे जल्द ही हेब्बुगोडी डिपो में असेंबल किया जाएगा और फिर शुरू होंगे इसके लंबे और कड़े सेफ्टी ट्रायल्स।
क्यों है यह पांचवीं ट्रेन इतनी खास?
नम्मा मेट्रो (Namma Metro) के नियमों के मुताबिक, किसी भी नई लाइन को पब्लिक के लिए खोलने से पहले, उस पर कम से' कम पांच ट्रेनों का सफलतापूर्वक ट्रायल पूरा होना जरूरी है। इस पांचवें सेट के आने के साथ ही, यह सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण शर्त अब पूरी हो गई है।
पहले दो ट्रेन सेट चीन से आए थे, लेकिन उसके बाद 'मेक इन इंडिया' अभियान के तहत बाकी की सभी ट्रेनें भारत में ही बन रही हैं।
क्या है येलो लाइन? (Yellow Line)यह 19 किलोमीटर लंबी एक नई मेट्रो लाइन है।
यह आर.वी. रोड (RV Road) को बोम्मसंद्रा (Bommasandra) से जोड़ेगी।
यह बेंगलुरु के सबसे व्यस्त और महत्वपूर्ण इलाकों जैसे सिल्क बोर्ड और इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी (Silk Board and Electronics City) से होकर गुजरेगी, जहां लाखों लोग काम करते हैं।
इस लाइन के शुरू होने से बेंगलुरु की सड़कों पर ट्रैफिक का बोझ काफी कम होने की उम्मीद है और इससे लाखों लोगों का रोजाना का सफर आसान और तेज हो जाएगा। अब सभी की निगाहें सेफ्टी ट्रायल्स के जल्दी और सफलतापूर्वक पूरा होने पर टिकी हैं।