
Bihar Assembly Elections 2025 में अभी छह महीने बाकी हैं। किंतु सियासी हलचल और चुनावी सरगर्मी अपने चरम पर है। इस बार राज्य की राजनीति में एक नया तड़का लगने जा रहा है भोजपुरी सिनेमा का ग्लैमर। भोजपुरी फिल्म और संगीत जगत के कई बड़े सितारे इस बार चुनावी अखाड़े में ताल ठोकने को तैयार हैं। आइए जानते हैं कि इस बार का बिहार चुनाव कैसे भोजपुरी सितारों की चमक से रंगा जा रहा है।
भोजपुरी सितारों की सियासी पारी
भोजपुरी सिनेमा के 'पावर स्टार' पवन सिंह का नाम इस बार सबसे ज्यादा चर्चा में है। पिछले साल लोकसभा इलेक्शन में काराकाट सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर किस्मत आजमाने वाले पवन भले ही हार गए, किंतु उनकी लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई। सूत्रों की मानें तो पवन इस बार विधानसभा चुनाव में भोजपुर या काराकाट सीट से उतर सकते हैं।
सुपरस्टार खेसारी लाल यादव की सियासी एंट्री को लेकर अटकलें तेज हैं। हाल ही में उनकी समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात ने इन चर्चाओं को और हवा दी। सपा ने बयान दिया था कि खेसारी 2027 के यूपी चुनाव में पार्टी की मदद करेंगे, किंतु बिहार में राजद के टिकट पर उनके उतरने की खबरें भी जोर पकड़ रही हैं। सूत्रों का कहना है कि अखिलेश यादव राजद के साथ गठबंधन में खेसारी को समर्थन दे सकते हैं। खेसारी की जनता के बीच गहरी पैठ, खासकर ग्रामीण इलाकों में उन्हें एक मजबूत दावेदार बना सकती है।
भोजपुरी सिनेमा के उभरते सितारे रितेश पांडे भी सियासी रंग में रंगे नजर आ रहे हैं। पिछले साल भभुआ में अपने कार्यालय के उद्घाटन के दौरान रितेश ने जनता से गहरा जुड़ाव दिखाया था। उन्होंने कहा था कि मैं इस क्षेत्र का नेता या गायक नहीं, बल्कि बेटा हूं। रितेश ने बिहार में शिक्षा के गिरते स्तर पर चिंता जताते हुए वादा किया कि अगर वे जीतते हैं तो शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करेंगे। कयास लगाए जा रहे हैं कि रितेश बीजेपी के टिकट पर भभुआ या आसपास की किसी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। उनकी युवा अपील और साफ छवि उन्हें एक आकर्षक उम्मीदवार बनाती है।
90 के दशक का सितारा आजमाएगा किस्मत
90 के दशक में भोजपुरी सिनेमा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने वाले राधेश्याम रसिया भी इस बार चुनावी समर में कूदने को तैयार हैं। 2024 के लोकसभा इलेक्शन में पश्चिमी चंपारण से लड़ने की उनकी योजना थी। किंतु आखिरी मौके पर वे पीछे हट गए। अब राधेश्याम ने साफ कर दिया है कि 2025 का विधानसभा चुनाव वे हर हाल में लड़ेंगे। हालांकि, उनकी सीट और पार्टी को लेकर अभी अनिश्चितता बनी हुई है। राधेश्याम की पुरानी लोकप्रियता और अनुभव उन्हें एक गंभीर दावेदार बनाते हैं।
मौजूदा विधायक और भोजपुरी गायक विनय बिहारी का नाम इस फेहरिस्त में सबसे अनुभवी है। पश्चिमी चंपारण की लौरिया सीट से तीन बार विधायक रह चुके विनय इस बार चौथी जीत के लिए कमर कस रहे हैं। 2010 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपनी सियासी पारी शुरू करने वाले विनय बाद में बीजेपी में शामिल हुए और 2015 व 2020 में कमल के निशान पर जीत हासिल की। उनकी स्थानीय स्तर पर मजबूत पकड़ और विधायक के तौर पर कामकाज का रिकॉर्ड उन्हें एक मजबूत दावेदार बनाता है।