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Up Kiran, Digital Desk: राजस्थान के शहरी निवासियों को जलभराव और ऊंची सड़कों की समस्या से जल्द ही राहत मिलने वाली है। बरसों से चली आ रही शिकायतों पर अब सरकार ने गंभीर रुख अपनाते हुए एक नया फैसला लिया है, जो सीधे तौर पर आमजन को राहत देगा। अब शहरों की सड़कों पर बगैर सोचे-समझे नई परतें नहीं चढ़ेंगी, जिससे मकानों की नींव सड़क से नीची हो जाने की परेशानी खत्म होगी।

अब सड़कें नहीं बनेंगी मकानों से ऊंची

स्वायत्त शासन विभाग ने हाल ही में निर्देश जारी किए हैं कि अब किसी भी नगर निकाय क्षेत्र में पुरानी सड़क की परत हटाए बिना उस पर सीधा डामर या कंक्रीट नहीं डाला जाएगा। यह फैसला नगरीय विकास विभाग की पहले से लागू नीति को आगे बढ़ाते हुए लिया गया है। इससे मकानों और सड़कों की ऊंचाई एक समान बनी रहेगी, जो बरसात में पानी भरने की बड़ी वजह रही है।

'मिल एंड फिल' तकनीक से होगी मरम्मत

अब से सड़कों की मरम्मत के दौरान पुरानी सतह को मशीन से हटाया जाएगा और उसी मटेरियल का दोबारा इस्तेमाल कर नई परत बनाई जाएगी। इस तकनीक को 'मिल एंड फिल' नाम दिया गया है, जो न सिर्फ पर्यावरण के लिहाज से बेहतर है, बल्कि सरकारी खर्च में भी कटौती करेगी।

पुराने मोहल्लों को सबसे ज्यादा राहत

20-30 साल पहले विकसित कॉलोनियों में रहने वाले लोग अक्सर इस बात से परेशान रहते थे कि नई सड़कें बनती हैं तो उनके घर नीचले स्तर पर चले जाते हैं, जिससे पानी अंदर घुसने की संभावना बढ़ जाती है। सरकार की इस नई नीति से इन इलाकों के लाखों लोगों को सीधा फायदा होगा।

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