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Up Kiran, Digital Desk: जैसे-जैसे बिहार विधानसभा चुनाव करीब आ रहे हैं, चुनावी सरगर्मी बढ़ती जा रही है। शनिवार को राजनीतिक दलों के साथ अहम बैठक के बाद रविवार को चुनाव आयोग Enforcement Agencies के साथ कड़ा मंथन कर रहा है। इन बैठकों का मकसद है – निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करना।

Enforcemnt एजेंसियों के साथ आज की बड़ी बैठकें

रविवार सुबह से ही चुनाव आयोग की गतिविधियाँ तेज़ हैं। आज दिनभर आयोग आयकर विभाग, पुलिस और अन्य जांच एजेंसियों के साथ मिलकर बिहार में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने की योजना बना रहा है।

इन बैठकों में वोटिंग के दौरान सुरक्षा, नकदी और शराब के बहाव को रोकने जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की जा रही है। साथ ही, सभी राजनीतिक दलों को बराबरी का मौका मिले, इसके लिए एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल पर भी फोकस किया गया।

दोपहर को प्रेस कॉन्फ्रेंस, मीडिया को दिया जाएगा अपडेट

दोपहर 2 बजे पटना के होटल ताज में मुख्य चुनाव आयुक्त मीडिया से रूबरू होंगे। इस दौरान अब तक की तैयारियों का ब्यौरा, राजनीतिक दलों के सुझाव और अगले कदम की जानकारी दी जाएगी।

चुनाव से पहले सियासी पारा हाई: बुर्का पर मचा बवाल, छठ पर बनी सहमति

शनिवार को हुई चुनाव आयोग की बैठक में सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने हिस्सा लिया। जदयू और भाजपा दोनों ने चुनाव एक या दो चरणों में कराने की मांग की। साथ ही, सभी दल इस बात पर सहमत नजर आए कि चुनाव छठ महापर्व के बाद ही कराए जाएँ।

लेकिन भाजपा ने एक नई मांग रखी – मतदान केंद्रों पर बुर्का पहनकर आने वाली महिलाओं की पहचान सुनिश्चित की जाए। इस पर सियासी बवाल मच गया।