
Up Kiran, Digital Desk: भारत के नीति आयोग, जो देश की योजना और विकास संबंधी नीतियों को आकार देने वाली एक महत्वपूर्ण संस्था है, की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। एक आधिकारिक नक़्शे में, बिहार राज्य को गलती से पश्चिम बंगाल के हिस्से के रूप में दिखाया गया है, जिससे एक बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। इस गंभीर त्रुटि पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए नाराज़गी व्यक्त की है।
क्या है पूरा मामला?
बताया जा रहा है कि नीति आयोग द्वारा जारी किए गए या उपयोग किए गए किसी मानचित्र (map) में बिहार की भौगोलिक स्थिति को गलत तरीके से दर्शाया गया है। यह एक ऐसी गलती है जो न केवल भौगोलिक अज्ञानता को दर्शाती है, बल्कि दो भारतीय राज्यों की सीमाओं को भी गलत तरीके से प्रस्तुत करती है। यह विशेष रूप से तब और गंभीर हो जाता है जब यह गलती नीति आयोग जैसी शीर्ष संस्था द्वारा की गई हो।
ममता बनर्जी क्यों भड़कीं?
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस त्रुटि पर कड़ी आपत्ति जताई है। हालांकि, बिहार को पश्चिम बंगाल के रूप में दिखाए जाने से सीधे तौर पर उनके राज्य पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ता, फिर भी एक मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने इस 'लापरवाही' पर सवाल उठाए हैं।
उनकी नाराज़गी शायद इसलिए है क्योंकि यह राष्ट्रीय स्तर पर भौगोलिक सटीकता और आधिकारिक दस्तावेज़ों की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करता है। हो सकता है कि उन्हें यह भी चिंता हो कि ऐसी त्रुटियां भविष्य में अंतर-राज्यीय विवादों को जन्म दे सकती हैं या संघीय ढांचे पर सवाल उठा सकती हैं।
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