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Up Kiran, Digital Desk: ग्राम जमालपुर कलां में हाल ही में एक विशेष रक्तदान (हरिद्वार चेरिटेबल ब्लड सेन्टर) शिविर का आयोजन किया गया, जिसे स्थानीय निवासियों और हरिद्वार चेरिटेबल ब्लड सेंटर के सहयोग से सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। यह शिविर इमाम हुसैन की शहादत की याद में आयोजित किया गया, जो इंसानियत, भाईचारे और शांति का प्रतीक बनकर इतिहास में दर्ज हैं। इस आयोजन का उद्देश्य न केवल रक्तदान को बढ़ावा देना था, बल्कि लोगों में समाज के प्रति जिम्मेदारी और सहानुभूति की भावना को भी जागरूक करना था।

रक्तदान से जुड़ी जागरूकता और स्वास्थय के लाभ

इस मौके पर जावेद हसन ने रक्तदान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रक्तदान केवल दूसरों की मदद करने का एक तरीका नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है। उनका कहना था कि समय-समय पर रक्तदान करने से शरीर में न केवल ताजगी आती है, बल्कि यह शरीर को सक्रिय और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। साथ ही, रक्तदान करने से एक व्यक्ति की मदद से किसी की जान भी बचाई जा सकती है, जो कि एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।

इमाम हुसैन का संदेश: भाईचारा और सहानुभूति

रक्तदान शिविर में इमाम हुसैन के महान त्याग और संघर्ष को याद किया गया। इमाम हुसैन ने जुल्म और अत्याचार के खिलाफ अपनी जान की आहुति दी थी, लेकिन उनका यह बलिदान पूरी दुनिया को इंसानियत और भाईचारे का संदेश देता है। शिविर के आयोजकों ने इस अवसर पर बताया कि इमाम हुसैन का जीवन हमें यह सिखाता है कि असल लड़ाई मानवता और प्यार की होती है, जो हर व्यक्ति की जिम्मेदारी बनती है।

 

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