img

Up Kiran, Digital Desk: बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के बरेली वाले घर पर हुई फायरिंग की घटना में एक बड़ा और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस मामले में दो नाबालिग लड़कों को हिरासत में लिया है। पूछताछ में जो कहानी सामने आई है, वह हैरान करने वाली है - इन लड़कों को इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने के लिए फेसबुक के जरिए भर्ती किया गया था।

फेसबुक पर दोस्ती, फिर जुर्म का ऑफर

पुलिस के मुताबिक, इन नाबालिगों को सोशल मीडिया पर कुछ आपराधिक समूहों ने अपने जाल में फंसाया। उन्हें पैसों का लालच देकर बरेली में दिशा के घर के बाहर गोलियां चलाने के लिए तैयार किया गया। यह घटना इस बात का गंभीर संकेत है कि कैसे अपराधी अब युवाओं और किशोरों को अपराध की दुनिया में खींचने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं। पुलिस अब उस पूरे ऑनलाइन नेटवर्क की जांच कर रही है, जिसके जरिए इन नाबालिगों से संपर्क साधा गया था।

गोल्डी बराड़ गैंग का हाथ, विदेश से रची गई साजिश

इस पूरी साजिश के तार विदेश में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और उसके साथी रोहित गोदारा से जुड़ रहे हैं। जांच में पता चला है कि इन दोनों ने ही अपने एक हैंडलर के जरिए बरेली में दहशत फैलाने के लिए इस हमले की योजना बनाई थी।

इस काम के लिए कुल पांच शूटरों को भेजा गया था। इन सभी ने 11 सितंबर को बरेली के पंजाब होटल में चेक-इन किया था। हालांकि, एक शूटर की तबीयत खराब हो गई और वह वापस लौट गया, जिसके बाद चार शूटरों ने 12 सितंबर की सुबह इस वारदात को अंजाम दिया।

दो शूटर मुठभेड़ में ढेर, दो अब भी फरार

इस मामले में पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। गुरुवार को, दिल्ली पुलिस ने दो फरार शूटरों, नकुल और विजय की तस्वीरें जारी की थीं, जो हमले से पहले रेकी करते हुए सीसीटीवी में कैद हुए थे।

इससे पहले बुधवार शाम को, दिल्ली, यूपी और हरियाणा पुलिस के एक ज्वाइंट ऑपरेशन में गाजियाबाद के ट्रोनिका सिटी इलाके में दो शूटरों को एक एनकाउंटर में मार गिराया गया था। इस मुठभेड़ में चार पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे।