
एसीबी की प्रतापगढ़ चौकी ने चित्तौड़गढ़ जिले के शंभूपुरा में दलाल के माध्यम से 55 हजार रुपये की घूस लेते हुए एक दलाल को अरेस्ट किया है। ये घूस भूमि कन्वर्जन के एवज में ली जा रही थी। हालांकि, आरोपित रेवेन्यू इंस्पेक्टर राजेश मीणा नौ दो ग्यारह हो गया है और उनकी तलाश जारी है।
ये प्रकरण तब सामने आया जब शंभूपुरा के एक निवासी ने एसीबी को शिकायत दी, जिसमें उन्होंने बताया कि रेवेन्यू इंस्पेक्टर राजेश मीणा उनसे भूमि कन्वर्जन के लिए 95 हजार रुपए की घूस की मांग कर रहा था। शिकायतकर्ता ने बताया कि राजेश ने पहले 40 हजार रुपये ले लिए थे और 55 हजार रुपये की रकम सोमवार को लेने की योजना बनाई थी।
एसीबी का जाल बिछाना और गिरफ्तारी
जांच अफसरों ने शिकायत के बाद तुरंत कार्रवाई शुरू की और आठ अप्रैल को रिश्वत की मांग का सत्यापन किया। एसीबी ने आरोपित रेवेन्यू इंस्पेक्टर और उसके दलाल दिनेश वैष्णव के विरुद्ध कार्रवाई का प्लान तैयार किया। एसीबी की टीम ने शंभूपुरा में जाल बिछाया और जैसे ही दलाल दिनेश वैष्णव ने 55 हजार रुपये की रिश्वत ली, टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया।
रेवेन्यू इंस्पेक्टर फरार
जब आरोपित रेवेन्यू इंस्पेक्टर राजेश मीणा को एसीबी की कार्रवाई का पता चला, तो वह फरार हो गया। एसीबी ने उसकी गिरफ्तारी के लिए पूरी ताकत लगा दी है और उसकी तलाश जारी है। एसीबी के अधिकारी इस मामले की पूरी जांच कर रहे हैं और आरोपितों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
एसीबी की सुपरविजन में कार्रवाई जारी
इस प्रकरण में एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) के महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा और एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक स्मिता श्रीवास्तव की सुपरविजन में कार्रवाई की जा रही है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है।