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Up Kiran, Digital Desk: तेलंगाना के चर्चित फोन टैपिंग मामले (स्नूपगेट) में एक बड़ा मोड़ आया है। खुद मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी मंगलवार को विशेष जांच दल (SIT) के सामने पेश हुए। उन्होंने इस मामले में एक 'पीड़ित' के तौर पर अपना बयान दर्ज कराया और पिछली बीआरएस सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।

सूत्रों के अनुसार, रेवंत रेड्डी ने जांच टीम को बताया कि कैसे पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान और उससे पहले उनके, उनके परिवार के सदस्यों और सहयोगियों के फोन अवैध रूप से टैप किए गए थे। उन्होंने जांच को आगे बढ़ाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सबूत भी SIT को सौंपे हैं।

मुख्यमंत्री ने SIT से इस मामले में शामिल सभी लोगों के खिलाफ, चाहे वे कितने भी ऊंचे पद पर क्यों न हों, सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि स्पेशल इंटेलिजेंस ब्यूरो (SIB) का इस्तेमाल पिछली सरकार ने अपने राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाने और चुनावों के दौरान अवैध रूप से नकदी पहुंचाने के लिए एक निजी सेना की तरह किया।

इस मामले के मुख्य आरोपी, पूर्व SIB प्रमुख टी. प्रभाकर राव पहले ही देश छोड़कर जा चुके हैं। रेवंत रेड्डी की गवाही को इस मामले में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिससे जांच को नई दिशा मिल सकती है और कई बड़े नामों पर शिकंजा कस सकता है।