
Up Kiran, Digital Desk: जीएसटी काउंसिल द्वारा रोजमर्रा के इस्तेमाल की चीज़ों और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स पर टैक्स घटाने के ऐतिहासिक फैसले को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने "देश के लिए एक बड़ा तोहफा" करार दिया है. उन्होंने केंद्र सरकार के इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि यह फैसला त्योहारों के मौसम से ठीक पहले आया है और यह मध्यम वर्ग, व्यापारियों और छोटे उद्योगों के लिए एक नई जान फूंकेगा.
शिक्षक दिवस के एक कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात करते हुए, मुख्यमंत्री ने इस फैसले के दूरगामी सकारात्मक प्रभावों पर प्रकाश डाला.
"यह सिर्फ टैक्स कटौती नहीं, बाजार में भरोसा जगाने वाला कदम है"
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा, "यह फैसला सिर्फ कुछ चीज़ों को सस्ता नहीं करेगा, बल्कि यह बाजार में एक सकारात्मक और भरोसे का माहौल बनाएगा. जब मध्यम वर्ग की जेब पर बोझ कम होता है, तो वह खरीदारी के लिए आगे आता है. इससे छोटे व्यापारियों और हमारे उद्योगों का पहिया भी तेज़ी से घूमता है."
उन्होंने कहा कि नवरात्रि और दिवाली जैसे बड़े त्योहारों से ठीक पहले यह फैसला लेना दिखाता है कि सरकार ज़मीनी हकीकत को समझती है.
आम आदमी से लेकर अर्थव्यवस्था तक, सबको होगा फायदा
मुख्यमंत्री का मानना है कि इस कदम से कई स्तरों पर लाभ होगा:
मध्यम वर्ग को राहत: अब घर चलाना पहले से थोड़ा आसान होगा. साबुन, तेल, बिस्कुट से लेकर टीवी, फ्रिज और वॉशिंग मशीन तक सब कुछ सस्ता होने से परिवारों के बजट में बड़ी राहत मिलेगी.
व्यापार को मिलेगा बूस्ट: बाज़ार में जब मांग बढ़ेगी, तो व्यापारियों का माल बिकेगा और छोटे-छोटे उद्योगों का उत्पादन बढ़ेगा.
अर्थव्यवस्था को मिलेगी गति: घरेलू खपत हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है. इस फैसले से खपत को सीधा बढ़ावा मिलेगा, जो देश की जीडीपी को मज़बूत करेगा.
उन्होंने इस बात पर भी खुशी जताई कि सरकार ने पूजा-पाठ में इस्तेमाल होने वाली हवन सामग्री जैसी चीज़ों पर भी टैक्स घटाकर आम लोगों की आस्था का सम्मान किया है.
सरकार के इस फैसले को एक 'विन-विन' स्थिति के रूप में देखा जा रहा है, जिसका असर आने वाले दिनों में बाजारों की रौनक और लोगों के खिले हुए चेहरों के रूप में दिखने की पूरी उम्मीद है.
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