img

Up Kiran, Digital Desk: बुधवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने भारत के उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना नामांकन पत्र संसद भवन में दाखिल किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहे और उन्होंने नामांकहिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी, लोक जनशक्ति पार्टी के चिराग पासवान, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रफुल्ल पटेल, असम गण परिषद के बीरेंद्र प्रसाद वैश्य और टीडीपी के केंद्रीय मंत्री के राम मोहन नायडू भी उपस्थित थे।

प्रधानमंत्री मोदी ने राधाकृष्णन की तारीफ की

यह नामांकन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सीपी राधाकृष्णन की जनसेवा के प्रति प्रतिबद्धता की सराहना करने के कुछ ही दिन बाद हुआ। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में राधाकृष्णन को "समर्पण, विनम्रता और बुद्धिमत्ता" से परिपूर्ण नेता बताते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा हाशिए पर पड़े समुदायों की बेहतरी के लिए कार्य किया।

राधाकृष्णन ने नामांकन चार सेटों में प्रस्तुत किया, जिनमें से हर सेट पर 20 प्रस्तावक और 20 अनुमोदक के हस्ताक्षर थे। इनमें प्रधानमंत्री मोदी सहित कई केंद्रीय मंत्रियों, वरिष्ठ सांसदों और प्रमुख गठबंधन नेताओं के नाम थे।

संसद भवन में प्रमुख नेता हुए उपस्थित

सीपी राधाकृष्णन के नामांकन के दौरान संसद भवन में कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। इनमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और एनडीए के कई प्रमुख सहयोगी और केंद्रीय मंत्री शामिल थे। इसके अतिरिक्त जनता दल यूनाइटेड के ललन सिंह, जनता दल सेक्युलर के एचडी कुमारस्वामी, अन्नाद्रमुक के एम थम्बी दुरई, 
एनडीए ने एकजुट होकर राधाकृष्णन को चुना

एनडीए की एक महत्वपूर्ण बैठक, जो केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के आवास पर हुई, में राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में नामित करने पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। एनडीए के वरिष्ठ नेता जीतन राम मांझी ने इस निर्णय की पुष्टि करते हुए कहा कि गठबंधन राधाकृष्णन की उम्मीदवारी के साथ पूरी तरह एकजुट है।

राधाकृष्णन का राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभव

सीपी राधाकृष्णन, जो वर्तमान में मेघालय के राज्यपाल हैं, भाजपा के एक अनुभवी नेता हैं। तमिलनाडु के पूर्व सांसद, राधाकृष्णन को अपनी मजबूत ज़मीन पर पकड़ और सामाजिक उत्थान के कार्यों के लिए जाना जाता है। उन्हें दशकों का अनुभव है, और वे अपने प्रशासनिक और विधायी कार्यों में हमेशा सक्रिय रहे हैं।

उपराष्ट्रपति चुनाव की तारीख नजदीक

भारत में उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव अगले महीने होंगे। एनडीए के पास संसद में पर्याप्त संख्या होने के कारण, राधाकृष्णन को इस पद के लिए सबसे मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा है। यदि वे निर्वाचित होते हैं, तो वे वर्तमान उपराष्ट्रपति का स्थान लेंगे और देश के सर्वोच्च संवैधानिक पदों में से एक का कार्यभार संभालेंगे।

--Advertisement--